चीन: दंगाइयों ने सरकारी इमारतों पर धावा बोला, 27 की मौत

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चीन के इतिहास में बुधवार एक ‘काले दिन’ के रूप में दर्ज हो गया है। यहां बुधवार को हुए दंगों में 27 लोगों की जान चली गई है, जिसमें नौ पुलिसवाले और आठ दंगाई नागरिक शामिल हैं। दंगाइयों ने शिनजियांग प्रांत में सरकारी बिल्डिंगों और निमार्ण स्‍थलों को टारगेट किया।चीन की कम्‍यूनिस्‍ट पार्टी के तनावग्रस्त शिनजियांग क्षेत्रीय समिति के अधिकारी ने बताया, ”शिन… चीन: दंगाइयों ने सरकारी इमारतों पर धावा बोला, 27 की मौत

चीन के इतिहास में बुधवार एक ‘काले दिन’ के रूप में दर्ज हो गया है। यहां बुधवार को हुए दंगों में 27 लोगों की जान चली गई है, जिसमें नौ पुलिसवाले और आठ दंगाई नागरिक शामिल हैं। दंगाइयों ने शिनजियांग प्रांत में सरकारी बिल्डिंगों और निमार्ण स्‍थलों को टारगेट किया।चीन की कम्‍यूनिस्‍ट पार्टी के तनावग्रस्त शिनजियांग क्षेत्रीय समिति के अधिकारी ने बताया, ”शिनजियांग प्रांत में बुधवार को एक ऐसा मंजर देखने को मिला, जिससे लोगों में दहशत बैठ गई है। सैंकड़ों लोग ने अपने हाथों में चाकू लिए थानों और सरकारी इमारतों पर धावा बोल दिया। जब इन दबंगाइयों को सुरक्षाकर्मियों ने रोकने की कोशिश की तो उन्‍हें मौत के घाट उतार दिया गया।”सूत्रों ने बताया कि बुधवार जैसा मंजर इससे पहले इस प्रांत में 2009 में देखने को मिला था। तब भी दंगाइयों ने काफी खून-खराबा हुआ था। 2009 के दंगे में करीब 200 लोग मारे गए थे। हालांकि बुधवार को हुए दंगे में सिर्फ 17 लोगों की जान गई है।इस प्रांत में 90 लाख उइगुर और हांस समुदाय के लोगों के बीच भीषण संघर्ष होते रहे हैं। हांस समुदाय के लोग प्रांत में आकर बस रहे हैं और शिनजियांग में उनकी आबादी 40 प्रतिशत से अधिक हो गई है।उधर सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि दंगे शनशान काउंटी के लुककुन नगर क्षेत्र में हुए। अधिकारियों ने बताया कि चाकुओं से लैस भीड़ ने नगरक्षेत्र के थानों और सरकारी इमारतों पर हमला कर दिया। भीड़ ने लोगों पर चाकुओं से हमला किया और पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 10 दंगाइयों को मार गिराया। तीन दंगाइयों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस भागे दंगाइयों की तलाश कर रही है। यह नहीं बताया गया है कि दंगे में करीब कितने लोग शामिल थे।सूत्रों की मानें तो अब शिनजियांग प्रांत के हालात सामान्‍य हैं, लेकिन यहां चप्‍पे-चप्‍पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। सुरक्षाकर्मियों को ऐसी आशंका है कि दबंगाई फिर हमला कर सकते हैं।