बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपियों को बरी किए जाने के फैसले की पाकिस्तान द्वारा आलोचना करने का भारत ने कड़ाई से प्रतिवाद करते हुए कहा कि पड़ोसी देश के लिए लोकतंत्र और कानून के शासन को समझना कठिन है जहां ‘‘दमन तंत्र” है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को मामले में सभी आरोपियों के बरी किए जाने की निंदा की थी और भारत सरकार से आग्रह किया था कि अल्पसंख्यकों और खासकर मुस्लिमों एवं उनके पूजा स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भारत परिपक्व लोकतंत्र है जहां की सरकार और लोग अदालत के फैसले का पालन करते हैं और कानून का सम्मान करते हैं।” वह फैसले पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘दमन तंत्र वाली व्यवस्था को इस तरह के लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में समझना कठिन होगा जहां प्रतिष्ठान की इच्छा पर लोगों और अदालतों को दबाया जाता है।”
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया था।