पाकिस्तान ने एटम बम बनाने में भारत को काफी पीछे छोड़ दिया है. समझा जाता है कि पाकिस्तान का आणविक अस्त्रों का भंडार भारत से कहीं बड़ा हो चुका है. यह जानकारी एक अंग्रेजी अखबार ने स्टॉकहोम स्थित इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के हवाले से दी है.
इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पास जहां 100 से 120 आणविक अस्त्र हैं वहीं भारत के पास 90 से 110 के बीच हैं. चीन के पास 250 का भंडार है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस और अमेरिका के पास 7 से 8 हजार ऐसे हथियार हैं जो दुनिया के सभी तरह के आणविक अस्त्रों का 93 प्रतिशत है. इसमें कहा गया है कि सभी देश अपने इन हथियारों और इन्हें ले जा सकने वाली प्रणाली जैसे मिसाइल वगैरह का आधुनिकीकरण करते रहते हैं.
2011 के हथियार घटाने के समझौते के बाद से दोनों देशों ने अपने हथियारों की तादाद घटाने शुरू कर दिए. लेकिन इसके बाद भी दुनिया भर में 16,300 आणविक अस्त्र हैं. इनमें से तो 4,000 तो बिलकुल तैयार हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन, पाकिस्तान और भारत ऐसे देश हैं जो अपना आणविक भंडार बढ़ाते जा रहे हैं. दूसरी ओर इस्राइल अभी हालात पर नजर रखे हुए है.
भारत के लिए अभी बड़ी समस्या है कि वह अपने आणविक अस्त्रों को भेजने के लिए उपयुक्त प्रणाली विकसित नहीं कर पाया है. भारत के पास अभी ऐसे मिसाइल नहीं हैं समुद्र के अंदर से दुश्मन पर वार करने के लिए आणविक अस्त्र भेजे जा सकें.
इसके अलावा दूसरे महाद्वीप तक मार करने वाले मिसाइल भी भारत औऱ पाकिस्तान के पास नहीं है. भारत का सबसे शक्तिशाली मिसाइल अग्नि 5 अभी कम से कम तीन साल बाद तैयार होगा. यह 5,000 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है.