पाकिस्तान में होने वाल आम चुनावों में इस बार नागरिकों को राइट टू रिजेक्ट का अधिकार मिल गया है। हालांकि भारत में अन्ना हजारे के आंदोलन के बावजूद भी सरकार इस नियम को लागू नहीं करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।बुधवार को पाक मुख्य चुनाव आयुक्त फखरुद्दीन जी. इब्राहिम की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि वहां के नागरिक ‘इनमें से कोई नहीं’ पर ठप्पा लगाते हैं तो वहां पर दुबारा चुनाव होंगे। इस फैसले को कानूनी रूप दिलाने के लिए चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री को एक विधेयक जारी करने के बारे में लिख दिया है।
यदि 51 फीसद वोटर खाली जगह पर ठप्पा लगा देंगे तो उस जगह दोबारा मतदान होगा।एक अन्य फैसले में संवेदनशील इलाकों पर सेटेलाइट से नजर रखने की घोषणा की गई है। इस संबंध में सूचना मंत्रालय को प्रस्ताव भेज दिया गया है। आयोग ने बताया कि संसद और विधानसभा चुनाव के लिए 17,186 प्रत्याशी नामांकन कर चुके हैं। नामांकन की जांच सात अप्रैल तक पूरी हो जाएगी। नामांकन रद होने की स्थिति में अपील 10 अप्रैल तक की जा सकती है। इनकी सुनवाई 17 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी। सफल लिस्ट 19 तारीख को जारी कर दी जाएगी।