अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के पहले इमरान खान ने कश्मीर को लेकर अपना पुराना राग अलापा है. उन्होंने न्यूयॉर्क में काउंसिल फॉर फॉरेन रिलेशन को संबोधित करते हुए कहा कि कम से कम कश्मीर में कर्फ्यू हटना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र की बैठक में दुनिया के मुल्कों से अपील करेंगे कि वह भारत सरकार पर कर्फ्यू हटाने के लिए दवाब डालें. इमरान और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच सोमवार रात को मुलाकात होनी है.
इमरान खान ने आरोप लगाया कि कश्मीर में मानव अधिकारों का हनन हो रहा है और वहां भारी तादाद में सेना की तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि कश्मीर के हालात से क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे हालात में बातचीत कैसे मुमकिन हो सकती है. उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत किसी तीसरे देश की मध्यस्थता ठुकराता आया है और इसे द्विपक्षीय मुद्दा बता देता है लेकिन जब हम कश्मीर पर बातचीत करना चाहते हैं तो तैयार नहीं होता.
PAK के खिलाफ दुष्प्रचार
इमरान खान ने मोदी सरकार पर देश में आरएसएस का एजेंडा चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान को लेकर सख्त रवैया अपनाना बीजेपी की नीति रही है और वहां पूरा चुनाव पाकिस्तान के खिलाफ दुष्प्रचार करके ही लड़ा गया था. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त भारत सख्त रहा और पुलवामा आतंकी हमले के लिए तुरंत पाकिस्तान को दोषी ठहरा दिया. उन्होंने कहा कि इसके बाद भारत सरकार ने कश्मीर पर फैसला ले लिया जो कि संयुक्त राष्ट्र में विवादित जमीन है.
ट्रंप से करेंगे मदद की अपील
इमरान खान ने कहा कि दोनों मुल्क परमाणु शक्ति हैं और ऐसे में कुछ भी हो सकता है. यही वजह है कि मैं संयुक्त राष्ट्र में यह मुद्दा उठाने जा रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रंप को बातचीत बहाल कराने के लिए राजी करूंगा. इमरान ने कहा कि भारत के लिए मेरे दिल में सम्मान है और मुझे इस वक्त पाकिस्तान से ज्यादा भारत की चिंता है क्योंकि भारत सही दिशा में नहीं जा रहा है. यह गांधी-नेहरू का भारत नहीं रहा और हिन्दुत्व की राजनीति वहां हावी होती जा रही है, जिसने गांधी की हत्या की थी.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद का खात्मा पाकिस्तान का मुख्य एजेंडा है और हम इस काम को भारत के दबाव में नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान की समस्याएं एक जैसी हैं और हमें मिलकर गरीबी से लड़ना है. इमरान ने कहा कि आतंकवाद से लड़ाई में पाकिस्तान की सेना हर कदम पर सरकार के साथ हैं.