राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कुछ निजी सामान और उनसे जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों की नीलामी ब्रिटेन के लुडलॉ में 21 मई को होगी। बीमारी के बाद साल 1924 में जुहू में स्वास्थ्य लाभ के दौरान बापू द्वारा इस्तेमाल की गई चीजें और कुछ दस्तोवजों, तस्वीरों और पत्रों को इस नीलामी में शामिल किया गया है।इससे पहले भी बापू की चीजें ब्रिटेन में नीलाम हो चुकी हैं। दर… महात्‍मा गांधी की निजी वस्‍तुएं ब्रिटेन में होंगी नीलाम

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कुछ निजी सामान और उनसे जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों की नीलामी ब्रिटेन के लुडलॉ में 21 मई को होगी। बीमारी के बाद साल 1924 में जुहू में स्वास्थ्य लाभ के दौरान बापू द्वारा इस्तेमाल की गई चीजें और कुछ दस्तोवजों, तस्वीरों और पत्रों को इस नीलामी में शामिल किया गया है।इससे पहले भी बापू की चीजें ब्रिटेन में नीलाम हो चुकी हैं। दरअसल, बापू काफी समय तक ब्रिटेन में रहे थे, वहीं से उन्‍होंने अपनी वकालत पूरी की थी और वहीं से उनमें एक अलग राह पर चलने प्रेरणा ने जन्‍म लिया था। इसी प्रेरणा ने मोहनदास कमरचंद्र गांधी को ‘महात्‍मा’ की उपाधि दिलाई।इस बार बापू की जो चीजे ब्रिटेन में नीलाम की जा रही हैं, उनमें उनकी जप माला, शॉल जो उन्होंने अपनी काती हुई सूत से बुनी थी, बिछावन की चादर, कप और हाथी दांत के तीन बंदर शामिल हैं। बापू ने इन बंदरों को अपने हाथ से बनाया था।इन चीजों की नीलामी 21 मई को होनी है, इसके अलावा वर्ष 1921 में महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई उनकी वसीयत और पावर ऑफ अटॉर्नी भी शामिल है। इसमें अन्य दस्तावेज भी शामिल हैं। इनमें वर्ष 1937 के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में उत्पन्न विवाद को शांत करने के लिए लिखा गया पत्र भी शामिल है। गांधीजी की कुछ तस्वीरें भी हैं, उनमें से कुछ पर उनके हस्ताक्षर भी मौजूद हैं।बता दें कि बापू के आदर्शों पर चलने वाले लोगों की आज भी पूरे विश्‍व में बहुत भारी संख्‍या है। इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बापू की चीजों की नीलामी में काफी संख्‍या में लोग भाग लेंगे और इन चीजों की नीलामी काफी ऊंची रहेगी।

By parshv