प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जो लोग मानवता और सभ्य मूल्यों में विश्वास करते हैं, वे एक साथ मिलकर हर कीमत पर इसकी रक्षा करें। उन्होंने विश्व में फैले आतंकवाद, कट्टरता और हिंसा की बुराई को दृढ़ता से खत्म करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि याद वाशेम (जनसंहार) स्मारक हमें पीढि़यों पहले हुई बुराई की याद दिलाता है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मंगलवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे साझा प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं। मोदी ने कहा, ‘सभ्य समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं है।’ उन्होंने कहा कि शांति, सुरक्षा और खुशहाली के लिए हम दोनों देशों के बीच मजबूत रक्षा सहयोग बनाना चाहते हैं। नेतन्याहू ने भी कहा कि दोनों देश एकजुट होकर आतंकवाद के खतरे का सामना करें।
उन्होंने मोदी के इजरायल दौरे के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि वे योग के प्रति मोदी के उत्साह से काफी प्रेरित हुए। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत-इजरायल साथ मिलकर बेहतर भविष्य के लिए बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।
स्वागत से घर की याद आई
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायल में हुए स्वागत पर कहा कि ऐसी मेहमाननवाजी से उन्हें घर की याद आ गई। मोदी ने कहा कि भारत विश्व की तेजी से तरक्की करती अर्थव्यवस्था है और हम नई तकनीक तथा शोध को बढ़ावा देने में जुटे हैं। दोनों देशों के सामने एक जैसी चुनौती है और दोनों देशों का जोर आर्थिक विकास पर है।
नादिरा, सुलोचना का जिक्र किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को यहूदी बेटे-बेटियों पर गर्व है। इस सिलसिले में उन्होंने फिल्म अभिनेत्री सुलोचना और नादिरा का विशेष तौर पर नाम लिया। इसके अलावा ले. जन. जेएफआर जैकब, वाइस एडमिरल बेंजामिन सैमसन और आर्किटेक्ट जोशुआ बेंजामिन का भी जिक्र किया। कहा कि भारतीय समाज के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया।