न्यूयॉर्क। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने खिलाफ दाखिल मानवाधिकार उल्लंघन के मामले को खारिज कराने के लिए अमेरिकी अदालत का रुख करेंगी। यह मामला एक सिख समूह ने अदालत में दायर कराया था। सोनिया अदालत से आग्रह भी करेंगी कि 1984 दंगा मामले में उनके खिलाफ और केस अमेरिका में दाखिल नहीं हो।

अमेरिकी अदालतों में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाले और सोनिया के वकील रवि बत्रा ने गुरुवार को न्यूयॉर्क के इस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अपने मुवक्किल के समर्थन में 85 पन्नों का एक ज्ञापन दाखिल किया। इसमें सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) की ओर से सोनिया के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत को खारिज करने का अनुरोध किया गया है।

इस ज्ञापन में बत्रा ने कहा है कि एसएफजे के मुकदमे को खारिज करने के लिए आगामी सात फरवरी को सोनिया गांधी न्यूयॉर्क स्थित ब्रायन कोगन की इस्टर्न डिस्ट्रिक्ट अदालत का रुख करेंगी। इस मुकदमे को खारिज कराने की मांग इस आधार पर की जाएगी कि सोनिया पर मुकदमा उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है और इस मामले में पूरी प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है।

उन्होंने अदालत में जो ज्ञापन सम्मिलित किया है वह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के लेटरहेड पर है और उस पर सोनिया के हस्ताक्षर हैं। गौरतलब है कि सोनिया गांधी के खिलाफ एक अमेरिकी अदालत में एसएफजे ने मुकदमा दायर किया है। इसमें उन पर 1984 दंगा मामले में कांग्रेस के आरोपी नेताओं को संरक्षण देने और बचाव का आरोप लगाया गया है।

By parshv