दिल्ली हिंसा के चलते लगातार नार्थ ईस्ट इलाके में टल रही सीबीएसई की परीक्षाओं को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में आज सुनवाई हुई. कोर्ट ने साफ कर दिया है कि राज्य सरकार और दिल्ली पुलिस, एग्जाम सेंटरों पर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के पुख्ता इंतजाम करें.
गौरतलब है कि नॉर्थईस्ट दिल्ली में लगातार हिंसा की घटनाओं के बाद सीबीएससी की कई परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है जिसका असर कई हजार छात्रों पर पड़ा है इसका एक बड़ा नुकसान यह भी हो रहा है कि रद्द की गई परीक्षाओं को जब अगले महीने कराया जाएगा तो बारहवीं कक्षा के उन बच्चों के लिए तैयारी और मुश्किल होगी जो एंट्रेंस एग्जाम देने की भी तैयारी कर रहे होंगे.
आज की सुनवाई में सीबीएसई ने दिल्ली हाई कोर्ट से कहा है कि 29 तारीख यानी कल तक के लिये हमने सभी एग्जाम नार्थ ईस्ट जिले में पोस्टपोन्ड कर दिए है. इस पर कोर्ट ने सीबीएसई से पूछा कि आपने अभी तक इस बारे में क्या सोचा है?
सीबीएसई ने कहा कि IIT और दूसरे एंट्रेंस एग्जाम होने हैं. इसलिए हमारी कोशिश है कि आगे हम इस तरह से पोस्टपोन्ड किये गए एग्जाम की तारीख तय करें कि वह एंट्रेंस एग्जाम की तारीखों के साथ क्लैश न हो.
सीबीएसई ने कोर्ट से कहा कि हम एग्जाम को रीशेड्यूल करने के लिए काम कर रहे हैं. दरअसल एंट्रेंस एग्जाम के डेट का इंतजार कर रहे हैं, ताकि क्लैश न हो. सीबीएसई के मुताबिक अब 2 मार्च को एग्जाम होंगे.
सीबीएसई का यह भी कहना था कि नॉर्थ ईस्ट में लगातार फोर्स के मार्च के बाद स्थिति सुधर रही है, लेकिन अगर कोई सर्कुलर आ जाये कि सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे तो हम उसमें कुछ कर नहीं सकते हैं.
याचिकाकर्ता के वकील कमल गुप्ता ने कहा है कि एग्जाम को दूसरे जिले में दूसरे सेंटर्स पर कराएं जाएं. सीबीएसई ने कहा कि फिलहाल हमारे पास सेंटर बदलने के लिए कोई प्लान बी नहीं है. कोर्ट अब इस मामले में अगली सुनवाई 4 मार्च को करेगा.