अक्सर हमें लोगों की मदद अवश्य करनी चाहिए, लेकिन 3 लोग ऐसे हैं जिनकी मदद कभी नहीं करनी चाहिए। ये लोग चाहे कितनी भी जरूरत में क्यों ना हो, लेकिन इनकी मदद कभी ना करें ऐसा चाणक्य ने कहा है। तो चलिए आपको उन तीन लोगों के बारे में बताते हैं जिनकी मदद करना आचार्य चाणक्य के अनुसार खुद का नुकसान करने के ही समान है।
उदास लोग
चाणक्य के अनुसार हर समय बिना किसी बड़ी बात के उदास रहने वाले लोगों से जितना जल्द हो सके दूरी बना लें। क्योंकि अगर आप इनकी मदद भी करेंगे, तब भी वे अंत में खुशी जाहिर नहीं करेंगे। इनका काम ही उदास होना है।
ऐसी स्त्री की मदद
चाणक्य का मानना है कि वे स्त्रियां जो अपनी गलतियों की वजह से परेशानी में फंस जाती हैं, जिनका काम ही बुरे काम करना है और फिर समस्याओं का शिकार हो जाना है, ऐसी स्त्री की मदद करना व्यर्थ है।
मूर्ख व्यक्ति
चाणक्य के अनुसार मूर्ख की मदद करने वाला इंसान स्वयं ही मूर्ख कहलाता है। क्योंकि आप एक बार मूर्ख की मदद करेंगे, शायद दोबारा भी करें, लेकिन आखिर कब तक उसकी मदद करेंगे। अंत में उसकी मूर्खता उसे वापस वहीं लाकर खड़ा कर देती है।