मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गौ-अभ्यारण्य संधारण से समाज को जोड़ने के प्रभावी प्रयास किये जायें। अभ्यारण्य के लिए दान में भूसा प्राप्त करने का अभियान निकटवर्ती क्षेत्रों में चलाया जाये। इससे अभ्यारण्य के साथ जन-भावनाएँ जुड़ेंगी। समाज की भागीदारी बढ़ेगी। उन्होंने अभ्यारण्य में बॉयो फेंसिंग करवाने के निर्देश दिए। श्री चौहान आज मंत्रालय में गौ-अभ्यारण की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर कार्य-परिषद गोपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि गौ-अभ्यारण्य का संचालन प्रेम, श्रद्धा और आस्था के साथ किया जाए। गौ अभ्यारण्य गौ-सेवा का प्रत्यक्ष प्रयास है। अभ्यारण्य का उद्देश्य तभी सफल होगा, जब इसकी व्यवस्थाओं के संचालन में समाज की सक्रिय भागीदारी हो। व्यवस्थाओं में जन-भागीदारी के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं और प्रावधान भी निर्धारित किए जाएं। अभ्यारण्य संचालन का भविष्य समाज द्वारा आत्म-निर्भर संचालन में ही है। अभ्यारण्य में नस्ल सुधार, जैविक खाद और जैविक कीट नियंत्रण के क्षेत्र में शोध और अनुसंधान के कार्य भी किए जाएं। अभ्यारण्य की क्षमता अनुसार ही गौवंश को रखा जाए और उनके स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार की समुचित व्यवस्था हो। चारा, पेयजल और घास की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में हो।

श्री चौहान ने अभ्यारण्य से संबंधित विभागों के जिला एवं राज्य स्तरीय अधिकारियों की समिति गठित कर प्रति माह कार्य की समीक्षा के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौ-वंश की नस्ल सुधार और उसके गोबर, मूत्र आदि के प्रभावी उपयोग के लिए शोध और अनुसंधान के कार्यों पर चिंतन, मनन किया जाना जरूरी है। वैज्ञानिकों का दल गठित कर इस दिशा में प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने स्वस्थ गौधन के पालन में किसानों की भागीदारी के विकल्प पर विचार करने को कहा।

बैठक में बताया गया कि अभ्यारण्य में 20 करोड़ रूपए से अधिक की अधोसंरचना का निर्माण किया जा चुका है। गोवंश के लिए 24 शेड, 12 भूसा शेड, अनुसंधान केन्द्र, पंचगव्य उत्पादन केन्द्र, कृषक प्रशिक्षण केन्द्र, आवासीय परिसर, बायोगैस संयंत्र, नाडेप एवं केंचुआ खाद उत्पादन इकाईयाँ और 10 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल लग गए हैं।

बैठक में प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग श्री प्रमोद अग्रवाल, जल संसाधन श्री पंकज अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मनोज गोविल, पशुपालन विभाग श्री अजीत केसरी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल, श्री एस.के. मिश्रा, आयुक्त शहरी एवं नगरीय विकास श्री विवेक अग्रवाल, संभागायुक्त उज्जैन श्री एम.बी. ओझा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।