कुपोषण को दूर करने के लिए महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रुस्तम सिंह ने महिला-बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक ली।

बैठक में निर्णय लिया गया कि टीकाकरण आँगनवाड़ीवार हो, क्लस्टर में न हो। टीकाकरण के दिन किसी भी हाल में आँगनवाड़ी बंद न हो अन्यथा कठोर कार्रवाई की जायेगी। कुपोषित बच्चे चिन्हित करने के लिए ए.एन.एम. आशा और आँगनवाड़ी कार्यकर्ता समन्वय से काम करेंगी। पोषण दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं सीडीपीओ संयुक्त दौरा कर निगरानी रखेंगे। टीकाकरण का समय अब 12:30 होगा ताकि बच्चे सुबह का नाश्ता कर सके। स्थिति की समीक्षा के लिए प्रत्येक माह विकास खण्ड स्तर पर अनिवार्य रूप से बैठक करने के निर्देश दिए गए।

महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती चिटनिस ने बताया कि वर्ष 2018 तक प्रदेश की किशोरी बालिकाओं को एनीमिया से मुक्त करने का लक्ष्य निर्घारित किया गया है। इसके लिए हर गाँव में रजिस्टर में किशोरियों का हीमोग्लोबिन दर्ज हो। सभी सरकारी स्कूलों में किशोरी बालिकाओं को आइरन और कृमिनाशक गोलियाँ देने का निर्णय लिया गया।

प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती शिखा दुबे, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह, प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया, आयुक्त एकीकृत बाल विकास श्रीमती पुष्पलता सिंह, मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री वी. किरण गोपाल भी बैठक में उपस्थित थे।

By parshv