भोपाल । ‘ट्रेन नोटों की तस्करी के लिए सबसे बढ़िया माध्यम है। इसमें न तो चेकिंग होती है और न ही कोई शक करता है। बस किसी गंदे से थैले में कपड़ों या सब्जी के बीच में नोट रखकर थैले को सीट के नीचे छोड़कर बेफ्रिक हो जाओ। देश भर में तस्कर इसी तरह नोटों की तस्करी कर रहे हैं।’
यह खुलासा क्राइम ब्रांच के सामने नकली नोट मामले में पांच दिन की रिमांड पर पूछताछ के दौरान राष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी 51 वर्षीय जहूर खान ने किया। उसे शनिवार को न्यायलय में पेश किया जाएगा।
एएसपी क्राइम शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ट्रेनों में चेकिंग की कमी के चलते तस्कर आसानी से पुलिस की नजर से बच जाते हैं। वैसे भी नेपाल और पंश्चिम बंगाल से मध्यप्रदेश तक पहुंचने के लिए रेलवे ही सबसे सुलभ साधन है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में कुछ नामों के सामने आने के बाद पुलिस की टीमें आष्टा और पश्चिम बंगाल में गिरोह के सदस्यों की तलाश कर रही हैं।
आष्टा के कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं। जहूर ने बताया कि वह आष्टा के अलावा भोपाल में 10 लाख रुपए से अधिक के नोट खपा चुका है। उसने इन्हीं से एक मकान और गाड़ी खरीदी है। गाड़ी ट्रेवल्स में लगाई है। एएसपी के मुताबिक पश्चिम बंगला के मालदा से भी कुछ सुराग मिलने की उम्मीद है।
पाक के क्योटा से आ रहे नोट
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह जाली नोट पाकिस्तान के क्योटा शहर से लाए जा रहे हैं। आरबीआई अधिकारियों को भी इसकी जानकारी है, लेकिन पर्याप्त सबूत नहीं होने के कारण सभी अधिकारिक पुष्टि करने से बचते नजर आए। यह एक तरह का वार है, जो आतंकी संगठन देश की आर्थिक स्थिति को कमजोर करने के लिए उपयोग कर रहे हैं।