इमालवा -मध्य प्रदेश | मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में 31 मार्च, 2013 तक राज्य के लगभग 76 हजार वृद्धजन देश के मनचाहे धार्मिक-स्थलों की यात्रा कर चुके हैं.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शासन द्वारा इन वृद्धजन को नि:शुल्क यात्रा करवाने के लिए 77 ट्रेन विभिन्न धार्मिक-स्थलों के लिए रवाना की गयीं . इसके बाद नये वित्तीय वर्ष में पुन: चार अप्रैल से तीर्थ-यात्रा प्रारंभ हो चुकी है. चालू माली साल में पहले चरण में 25 ट्रेन प्रस्तावित की गयी हैं.
देश-दुनिया की अपनी तरह की इस अभिनव योजना का शुभारंभ तीन सितंबर, 2012 को भोपाल से रामेरम यात्रा के साथ हुआ . इस ट्रेन को देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.
दूसरी तीर्थ-यात्रा ट्रेन भोपाल से अजमेर 13 सितंबर को गयी थी. इसके बाद लगातार तीर्थ-यात्रा का सफर जारी रहा . ट्रेन भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर जैसे बड़े नगरों के साथ ही यात्रियों की सुविधानुसार जिला मुख्यालय और तहसील मुख्यालय से भी रवाना की गयी.
सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक ट्रेन में तीर्थ-यात्रियों की सुविधा के लिए प्रत्येक जिले से अनुरक्षक भी भेजे गये. इसके साथ ही ट्रेन में मेडिकल टीम और सुरक्षा दल भी साथ में गये. पूरी यात्रा में वृद्धजन को चाय, नाश्ता, भोजन और ठहरने की व्यवस्था भी शासन द्वारा की गयी.
योजना में 60 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति, जो आयकरदाता नहीं है, यात्रा कर सकता है. इसमें 65 वर्ष से अधिक उम्र का व्यक्ति एक सहयोगी भी साथ ले जा सकता है.
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में वृद्धजन बद्रीनाथ, केदारनाथ, जगन्नाथपुरी, द्वारकापुरी, हरिद्वार, अमरनाथ, वैष्णोंदेवी, शिरडी, तिरुपति, अजमेर शरीफ, काशी, गया, अमृतसर, रामेरम, सम्मेद शिखरजी, श्रवण बेलगोला और वेलांगणी चर्च नागपट्टिनम की यात्रा कर सकते हैं.