मुख्यमंत्री निवास में होगी माटी शिल्पी पंचायत

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री निवास में माटी शिल्प पंचायत का वर्षा ऋतु से पहले आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आर्थिक विकास के साथ ही जनता के जीवन में आनंद बढ़ाने को प्रयासरत है। श्री चौहान आज गाँधी भवन में प्रजापति संघ भोपाल के युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रजापति समाज माटी से जुड़ा समाज है। समाज की आशाओं-अपेक्षाओं को क्रियान्वित करने के लिये माटी कला बोर्ड गठित है। बोर्ड की सदस्य संख्या को सात से बढ़ाकर दस किया जाएगा। अध्यक्ष को केबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि माटी से बने उत्पादों का बिक्री स्थल निर्धारित करवाने स्थानीय निकायों को निर्देशित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निवास में होने वाली पंचायत में समाज की समस्याओं के समाधान और विकास के सभी पहलु पर विचार कर कार्रवाई की जायेगी। मिट्टी खोदने, फ्लाइ एश और प्राकृतिक आपदा से नष्ट होने वाले मिट्टी के उत्पादों की क्षतिपूर्ति, परंपरागत-आधुनिक व्यवसाय और स्व-रोजगार आदि सभी पहलु पर चिंतन होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रजापति समाज दुनिया के अंधकार को दूर कर प्रकाशवान बनाने वालों का समाज है। भारतीय समाज में प्रजापति समाज के बिना कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होता है। परिचय सम्मेलन की पहल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सम्मेलन में तय होने वाले रिश्तों का विवाह मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में करवाया जाये। वे स्वयं उसमें शामिल होने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेटियाँ बोझ नहीं है। सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्यादान, लाड़ली लक्ष्मी योजना के माध्यम से उन्हें वरदान बनाने का कार्य किया गया है। उनकी शिक्षा के सभी जरूरी प्रबंध किये गये हैं।

सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार सेवा नीति से कार्य कर रही है। गरीब परिवारों को मदद के लिये लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना जैसे अनेक कल्याणकारी काम किये जा रहे हैं। प्रजापति समाज के अध्यक्ष पूर्व मंत्री श्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने समाज की मांगों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

परिचय सम्मेलन में विधायक सर्वश्री विश्वास सारंग, श्री आर.डी. प्रजापति, सर्वश्री रामदयाल प्रजापति, अशोक प्रजापति, राजेश प्रजापति, राधेश्याम प्रजापति एवं बड़ी संख्या में प्रजापति समाज के सदस्य उपस्थित थे।