गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा की ओर से पीएम पद के दावेदार बनाए गए नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने का कांग्रेस कोई मौका नहीं चूकना चाहती।
इसी सिलसिले की नई कड़ी में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने फिर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि 25 सितंबर को भोपाल में होने वाली भाजपा की रैली के लिए इंदौर से दस हजार बुर्के खरीदे गए हैं।
सिंह ने कहा, “यह बताने के लिए भाजपा के पास मुसलमान भाइयों का समर्थन है, इंदौर से बुर्के खरीदे गए हैं। इसके लिए 44 लाख से ज्यादा का भुगतान हुआ है।”
इंदौर में संवाददाताओं से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कथित तौर पर बुर्के खरीदने से जुड़े बिल भी दिखाए।
‘लखनऊ से मंगाई गई टोपियां’
सिंह ने कहा, “इसके लिए देवेंद्र जैन ने भुगतान किया है, जो दिलीप बिल्डकॉन के मालिक हैं। और उनके दो भाई आईएएस अफसर हैं।”
दिग्विजय ने कहा, “बुर्के के अलावा भाजपा मुसलमान टोपी भी खरीदना चाहती थी, लेकिन इतनी टोपियां नहीं मिली, इसलिए वे लखनऊ से मंगाई गई हैं।”
बुर्के नहीं खरीदे गए: शिवराज
कांग्रेस महासचिव के इस बयान का भाजपा ने कड़ा विरोध किया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “ऐसा कुछ भी नहीं है। कोई बुर्के नहीं खरीदे गए।”
चौहान ने कहा, “भाजपा कार्यकर्ता को कार्यकर्ता मानती है, धर्म में नहीं बांटकर देखती। कांग्रेस परेशान है। कुछ मित्र ऐसे हैं, जिन्हें बेकार इल्जाम लगाने की आदत हो चुकी है। ऐसे लोग प्रमाणिकता खो चुके हैं।”
वोट बैंक के लिए झूठ बोल रहे हैं दिग्विजय
इंदौर से भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी दिग्गी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “दिग्विजय सिंहजी सिर्फ वोट बैंक के लिए झूठ बोल रहे हैं।”
कैलाश ने कहा, “जो बिल दिखाया जा रहा है, वह बिल नहीं बल्कि कोटेशन है। हमारी दुकानदार से बातचीत हुई है। और उसने बताया कि ये लोग अनुमान मांगने आए थे, सो हमने कोटेशन दी है। बुर्के की सप्लाई नहीं हुई।”