मुख्यमंत्री शिवराज ने गुरुवार को भोपाल में कहा कि मैं मध्य प्रदेश को केवल भौतिक सुख-सुविधाओं वाला नहीं, बल्कि मन और बुद्धि को सुख देने वाला राज्य बनाना चाहता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर सिंगापुर राज्य में वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने के साथ में अधोसंरचना और योजना के संबंध में विशेषज्ञ सहायता कर सकता है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को मंत्रालय में सिंगापुर के एक 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सहयोग के क्षेत्रों और विकास प्राथमिकताओं पर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एमेरिटस सीनियर एडवाइजर और पूर्व प्रधानमंत्री गोह चोक टोंग ने किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिंगापुर व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र और बुनियादी ढांचे के निर्माण की स्थापना में सहयोग का विस्तार कर सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार और जनता के बीच रिश्तों के बार मं बताते हुए कहा कि सभी कल्याणकारी योजनाओं भावी हितधारकों से व्यावहारिक जानकारी पर स्थापित किया गया है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश ने प्रगति की है, उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश ने 11.08 प्रतिशत की दर से देश में सबसे अधिक आर्थिक विकास किया है। मुख्य सचिव एंथनी डी सा ने मध्य प्रदेश की प्रगति पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
प्रस्तुति में दिखाया गया कि कैसे मध्य प्रदेश ने सभी सेक्टरों में प्रगति की है। दृष्टि और विकास के मील के पत्थर से प्रभावित होकर टोंग ने माना कि रोजगार सृजन एक चुनौतीपूर्ण काम है। टोंग का मानना है कि जापान और भारत के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को देखते हुए जापान अपनी व्यापारिक आधार का विस्तार करना चाहता है और वह जापानी कंपनियों द्वारा निवेश की संभावनाएं देखते हैं।
उन्होंने कहा कि सिंगापुर प्रभावी रूप से एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है। टोंग ने कहा कि मध्य प्रदेश में समृद्धि लाने के लिए आपको युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नौकरियां देना होंगी।