मध्यप्रदेश में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच सोशल मीडिया के मोर्चे पर भी लड़ाई तेज हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम से पेश बजेपी के महत्वाकांक्षी मोबाइल ऐप के जरिये आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने चुनाव आयोग से गुहार की है कि इस ऐप को प्रतिबंधित कर दिया जाये.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा, ‘शिवराज ऐप में मध्यप्रदेश गान ‘सुख का दाता, सबका साथी..’ का भी इस्तेमाल किया गया है, जबकि यह गीत बीजेपी के नहीं, बल्कि राज्य सरकार के खर्च पर बना है. इस ऐप में सरकारी खजाने से चलने वाली योजनाओं का भी प्रचार किया गया है. यह ऐप आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर लागू आदर्श आचार संहिता का सीधा उल्लंघन करता है.’
सलूजा ने कहा कि ‘शिवराज ऐप’ में मुख्यमंत्री के फोटो से लेकर बीजेपी का चुनाव चिन्ह कमल भी दिखायी देता है. इस ऐप के जरिये कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता तोड़कर बीजेपी का प्रचार किया जा रहा है, जिससे मतदाता गुमराह हो रहे हैं. लिहाजा कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि इस ऐप को प्रतिबंधित कर दिया जाये.
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी फेसबुक और वाट्सऐप सरीखे सोशल मीडिया माध्यमों पर भी दुष्प्रचार वाले ऐसे पोस्ट जारी कर रही है, जिनसे कांग्रेस की छवि मतदाताओं के बीच खराब हो रही है. चुनाव आयोग को सोशल मीडिया पर इस तरह के प्रचार-प्रसार पर रोक लगानी चाहिये.
कांग्रेस को ‘मोदी रन’ पर भी आपत्ति है, जिसे बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के नाम से उतारा गया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि इस गेम के जरिये मतदाताओं को अनुचित तरीके से प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. लिहाजा चुनाव आयोग को इस गेम पर भी रोक लगा देनी चाहिये.