भोपाल । मध्यप्रदेश के चिन्हित निजी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के ऐसे मरीज जो इलाज का खर्च उठाने में समर्थ नहीं हैं, उनका इलाज भी राज्य सरकार कराएगी। यह व्यवस्था 28 फरवरी तक पूरे प्रदेश में लागू रखी जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वाइन फ्लू को लेकर हुई समीक्षा बैठक में दिए।
जानकारी दी गई कि स्वाइन फ्लू महामारी से निपटने के लिए सरकार दिल्ली और राजस्थान से निरोधी दवा टेमी फ्लू का स्टॉक मंगवा रही है। अन्य राज्यों से दवा का स्टॉक निरंतर प्रदेश पहुंच रहा है और मरीजों के लिए कहीं भी दवा का संकट नहीं है।
बताया गया कि राजस्थान और दिल्ली से लगभग एक लाख टेमी फ्लू टेबलेट सहित पर्याप्त मात्रा में मास्क मंगाए जा रहे हैं। इस अवसर पर प्राइवेट नर्सिंग होम एसोसिएशन ने चिन्हित अस्पतालों के अलावा कुछ निजी अस्पतालों में भी स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड बनवाने का अनुरोध किया।