जानिए जिंदगी में संघर्ष क्यों जरुरी है !

0

संघर्ष ही जीवन है | जीवन संघर्ष का ही दूसरा नाम है | इस सृष्टि में छोटे-से-छोटे प्राणी से लेकर बड़े-से-बड़े प्राणी तक, सभी किसी-न-किसी रूप में संघर्षरत हैं | जीवन में हर चीज से संघर्ष है वो चाहे प्रकृति के साथ, स्वयं के साथ, परिस्थितियों के साथ हो | इस तरह-तरह के संघर्षों का सामना आए दिन हम सबको करना पड़ता है और इनसे जूझना होता है । जो इन संघर्षों का सामना करने से कतराते हैं, वे जीवन से भी हार जाते हैं, जीवन भी उनका साथ नहीं देता |

एक मनुष्य संघर्षों से लड़कर ही सोने के समान चमक उठता है | उसका व्यक्तित्व भी संघर्षों के कारण ही निखरता है| जिसे जीवन सब कुछ बिना परिश्रम किए मिल जाए | उसे जीवन का सच्चा अर्थ ज्ञात नहीं हो पाता | जब हम संघर्ष करते हैं, तभी हमें अपने बल व सामर्थ्य का पता चलता है | संघर्ष करने से ही आगे बढ़ने का हौसला, आत्मविश्वास मिलता है और अंततः हम अपनी मंजिल को हासिल कर लेते हैं | आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताएंगे जिसमें एक तितली का संघर्ष है |

एक बच्चा बगीचे में रोज टहलने जाता है घूमते घूमते उसकी नजर एक पेड़ पर तितली के कोकून पर पड़ी | वहां उस तितली रोज देखता था | उसने देखा को कोकून में एक छोटा सा छेद हो गया है | वहां वह यह देखने के लिए बैठ गया कि तितली उसे से कैसे बाहर आएगी | उसने देखा कि तितली कोकून से बाहर आने के लिए वह संघर्ष कर रही है |बहुत देर तक तितली बाहर निकलने के लिए मेहनत करती रहती लेकिन वह कोशिश करने के बाद भी छेद से बाहर नहीं निकल पाती कुछ देर बाद तितली ने थक हारकर बाहर निकलना बंद कर दिया |

उस बच्चे ने सोचा कि मैं इस तितली की मदद करूंगा | वह केची लाया और उसने कोकून के छेद को बड़ा करने के लिए काट दिया |इसके बाद तितली बड़े आराम से बाहर आ गई लेकिन जैसे तितली बाहर आई उसके पंख सुकड़े हुए थे और शरीर पर सूजन आई हुई थी |

उस बच्चे को लगा कि यह तितली उड़ जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका वह बिल्कुल भी नहीं उठ पाई और घिसटकर चलने लगी |अब वह पूरी जिंदगी ऐसे ही रहने वाली थी क्योंकि कोकून का वह संघर्ष उसके लिए जरूरी था |लेकिन वह बच्चा अपनी दयालुता के कारण समझ नहीं पाया और उसने उसकी मदद करने के चक्कर में कोकून को काट दिया |दरअसल कोकून एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और इसलिए इसे कठिन बनाया गया है क्योंकि इस कठिन प्रक्रिया के बाद तितली के शरीर में मौजूद तरल पदार्थ उसके पंखों से चिपकता है और वह उसको कौन से बाहर आती है |

आपको हम यही बताना चाहते हैं कि जिंदगी में भी कुछ संघर्ष ऐसे होते हैं जो बहुत जरूरी है | जो इन संघर्षों की वजह से ही हम भविष्य में आगे बढ़ पाते हैं | वरना इस तितली की तरह हमें भी जिंदगी भर घसीटने पर मजबूर होना पड़ेगा इसलिए अगर जिंदगी में बुरा समय और संघर्ष आए तो उसे खुले दिल से स्वीकारना और अपनाना चाहिए |