जम्मू/श्रीनगर । मौसम के बिगड़े मिजाज और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन होने के कारण बाबा अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। सीधे बालटाल व पहलगाम के लिए रवाना हुए श्रद्धालु के वाहन भी रामबन से पहले फंस गए हैं। रविवार को जम्मू से शिवभक्तों का जत्था रवाना नहीं किया गया है। बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों से भी यात्रा की अनुमति नहीं दी गई।

विभाग की मानें तो सोमवार को मौसम में सुधार की पूरी गुंजायश है, लेकिन अधिकांश जगहों पर यात्रा मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारणयात्रासंभव नहीं है। हालांकि, हेलीकॉप्टर के जरिये मौसम विभाग की अनुमति से यात्रा हो सकती है। इस बीच, रविवार को भी पवित्र गुफा में पवित्र हिमलिंग के 1660 श्रद्घालुओं ने दर्शन किए। यात्रा शुरू होने के बाद पहली बार जम्मू स्थित भगवती नगर यात्री निवास से श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना नहीं किया गया है। पहला जत्था एक जुलाई को रवाना किया गया था। उसके बाद यात्रा सुचारु रूप से चलती रही। यात्री निवास में तीन हजार से अधिक श्रद्धालु यात्रा पर रवाना होने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन के नजदीक दो-तीन जगहों पर भूस्खलन हुआ है। प्रशासन व पुलिस ने एहतियातन जम्मू से श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना नहीं किया। अब तक करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए हैं।

जम्मू से रवाना होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पच्चीस हजार से अधिक है, जबकि सवा लाख श्रद्धालु सीधे पहुंच कर यात्र कर चुके हैं। यात्र को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह बना हुआ है और संख्या में कोई कमी नहीं आई है। श्री अमरनाथ श्रइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, पिछले दो दिनों से यात्र मार्ग पर लगातार बारिश हो रही है। पवित्र गुफा व उसके आसपास के इलाकों में हल्का हिमपात भी हुआ है। आज पूरा दिन पवित्र गुफा की तरफ आने वाले दोनों रास्तों पर मौसम खराब रहा। आसमान में घने बादल रहे हैं और बारिश होती रही। इसलिए न हेलीकॉप्टर उड़ सके और न श्रद्धालु पैदल पवित्र गुफा के लिए जा सके। श्रीनगर स्थित मौसम विभाग के निदेशक सोनम लौटस ने कहा कि 13 जुलाई से न सिर्फ कश्मीर बल्कि जम्मू संभाग में भी मौसम में सुधार होगा। कश्मीर में कहीं हल्के बादल जरूर रह सकते हैं। लोटस ने बताया कि 16 जुलाई को दोबारा बारिश होगी।

 

By parshv