कहते हैं कि पॉजिटिव या निगेटिव ऊर्जा का असर इंंसान के सोचने की प्रकिया पर, काम करने की मनोदशा पर सब पर होता है। सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहें तो जीवन में हर परिस्थिति का सामना सूझबूझ के साथ आसानी से किया जा सकता है। इसलिए सदा बड़े-बुजुर्ग कहते हैं कि उन लोगों की संगत में रहना चाहिए जो सकारात्मक सोच वाले हों।
इच्छापूर्ति के लिए रखा जाने वाला कछुआ “लो शु” वर्ग वाला रखा जाता है, अगर इच्छापूर्ति न हो रही हो तो एक सफेद कागज लेकर उसके ऊपर लाल पेन से अपने मन की बात लिखकर क छुए के अंदर रख दें और कछुए को उत्तर के कोने में उसका मुंह दक्षिण की ओर करके रख दें। कहा जाता है कि इससे 40 से 60 दिन में इच्छा पूरी हो जाएगी।