इमालवा – विविध | थायरायड मानव शरीर मे पायी जाने वाली सबसे बड़ी एंडोक्राइन ग्लैंड में से एक है। थायरायड ग्रंथि गर्दन के सामने की ओर,श्वास नली के ऊपर एवं स्वर यन्त्र के दोनों तरफ दो भागों में बनी होती है। इसका आकार तितली की तरह होता है। यह थाइराक्सिन नामक हार्मोन बनाती है। जिससे शरीर के ऊर्जा क्षय, प्रोटीन उत्पादन एवं अन्य हार्मोन के प्रति होने वाली संवेदनशीलता नियंत्रित होती है। किसी किसी को थायरायड हाई होता है तो किसी किसी को लो, जिससे कई प्रकार की शारीरिक समस्याएं सामने आती हैं। यह बहुत जरुरी होता है कि हमें जैसे ही अपने थायरायड के बढने और घटने का पता चले तो हम उसका जल्द इलाज करवा लें। जब आपका थायरायड हाई हो जाता है तो आपके शरीर में थकान और दर्द महसूस होने लगता है। इसके अलावा बिना खाये ही वजन में बढौत्तरी होने लगती है। तनाव भी एक बडा कारण है। आमतौर पर थायरायड के लक्षण इस प्रकार सामने आते है |
1 जोड़ों में दर्द– जोडों में दर्द और शरीर में दर्द होना आम लक्षण है। इससे आपको चलने फरने में अधिक पेरशानी महसूस होने लगेगी।
2 बालों का अधिक झड़ना — जब शरीर में थायरॉक्सिन लेवल बढ जाता है तो बाल बहुत ज्यादा झड़ना शुरु हो जाते हैं। कभी कभी तो गंजापन भी हो जाता है।
3 मोटापा बढना — जब शरीर में थायरायड बढने लगता है तो शरीर बिना खाना खाये ही फूलने लगता है। अगर आपका भी वजन एकदम से बढ रहा हो तो अभी अपना थायरायड चेकअप करवाएं |
4 थकान — जब बिना काम के ही थकान लगे और पिस्तर से उठा ना जाए तो समझ लें कि आपका थायरायड हाई हो चुका है।
5 अनियमित पीरियड्स — महिलाओं में थायरायड बढ़ने का आम कारण है, तुरंत तुरंत पीरियड हो जाना। थायरायड ग्रंथी रिप्रोडक्टिव हार्मोन को उत्तेजित करता रहता है , खासतौर पर इस्ट्रोजेन को जो, कि अंडों को काफी जल्दी विकसित करता है।
6 गले में सूजन होना — गले में जहां थायरायड ग्रंथी होती है, वह जगह अपने आप ही फूलने लगती है। इसे घेंघा भी बोला जाता है। यह कभी कभी आयोडीन की कमी से भी होता है।
7 डिप्रेशन होना — शरीर में किसी भी प्रकार का हार्मोनल इमबैलेंस होने से इंसान का मूड बदलने लगता है और वह अवसाद के घेरे में आ जाता है।
8 प्रेगनेंसी में परेशानी — थायरायड का हाई लेवल महिलाओं को बाझ बना सकता है। डॉक्टर की माने तो वे उन महिलाओं को प्रेगनेंट होने से रोकते हैं जिनका थायरायड बढ़ा हुआ है।
9 हाई कोलेस्ट्रॉल — अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल अच्छी डाइट लेने के बावजूद भी सही लेवल तक नहीं आता है तो, थायरायड टेस्ट करवाएं।