श्रावण मास में दिन में एक बार भगवान शिव इस मंदिर में जरूर आते हैं

0

हरिद्वार मार्ग पर स्थित पंचलेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना अज्ञात वास के दौरान पांडवों ने की थी। शिव महापुरण में भी इस मंदिर का उल्लेख मिलता है। यह एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां गंगा पश्चिम दिशा की ओर बहती है। मंदिर में मौजूद शिव लिंग स्वयंभू शिवलिंग है।

पंचलेश्वर महादेव मंदिर का श्रवण मास में विशेष महात्म्य है। मान्यता है कि श्रावण मास में दिन में एक बार भगवान शिव इस मंदिर में जरूर आते हैं। इस मास में हजारों शिव भक्त और कांवड़िए मंदिर में स्थित उत्तराभिमुख स्वयंभू शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं। वर्ष में तीन बार महाशिवरात्रि, गंगा स्नान तथा गंगा दशहरा पर यहां मेले का आयोजन किया जाता है।

लक्सर हरिद्वार मार्ग स्थित पंचलेश्वर महादेव मंदिर की दूरी लक्सर से 11 किलोमीटर और हरिद्वार शहर से 23 किलोमीटर है। लक्सर व हरिद्वार तक ट्रेन से तथा इसके बाद आगे की दूरी बस अथवा मोटर वाहन से तय की जा सकती है।

मंदिर का शिवलिंग स्वयं प्रकट हुआ है। यहां भगवान शिव का जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। मंदिर का संचालन क्षेत्रवासियों द्वारा बनाई गई कमेटी द्वारा किया जाता है।