ज़िक्र करता है दिल सुबह शाम तेरा,
गिरते हैं आँसू बनता है नाम तेरा,
किसी और को क्यों देखे ये आँखें,
जब दिल पे लिखा सिर्फ नाम तेरा।
ज़िक्र करता है दिल सुबह शाम तेरा,
गिरते हैं आँसू बनता है नाम तेरा,
किसी और को क्यों देखे ये आँखें,
जब दिल पे लिखा सिर्फ नाम तेरा।