राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि पिछले दो वर्षों में राजस्थान सूचना तकनीक (आईटी)में प्रथम स्थान पर आ गया है। राजे ने शुक्रवार को यहां बीकानेर में चल रहे तीन दिवसीय राजस्थान डिजिफेस्ट समारोह में शिरकत करने के बाद सादुल मैदान पर आयोजित हेलमेट वितरण कार्यक्रम में बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि अब स्थिति यह है कि आईटी के सिरमौर रहे कर्नाटक और केरल के लोग राजस्थान से मशवरा लेने आते हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्षेत्र में प्रतिभाओं को प्रोत्साहन दिया जायेगा। इसके तहत 100 प्रतिभाशाली बच्चों को उच्च प्रशिक्षण के लिए सिलिकॉन वैली भेजा जाएगा। महिलाओं और बच्चों के लिये आईटी प्रशिक्षण के लिए 150 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उनके सत्ता में आने से पहले राजस्थान की गिनती बीमारू राज्यों में की जाती थी, लेकिन अब हम तकनीकी क्षेत्र में भी नंबर वन हैं।
उन्होंने कहा कि भामाशाह कार्ड, स्वास्थ्य बीमा योजना, गैस कनेक्शन, पालनहार, सामाजिक स्कॉलरशिप ,प्रधानमंती आवास, राजश्री जैसी योजनाओं से राज्य के लोगों को काफी लाभ हुआ है, कौन कहता है कि काम नहीं हुआ। उन्होंने इशारों में जनता से कहा कि अगर पुरानी आदतों पर चलते रहे तो हमें आराम हो जाएगा। बार बार सरकार बदलते रहे तो कोई काम नहीं करेगा और नुकसान जनता का ही होगा। इससे पहले राजे राजस्थान डिजिफेस्ट समारोह में तकनीकि क्षेत्र के युवाओं से रुबरु हुईं। मुख्यमंत्री के बीकानेर आगमन पर रास्ते में कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।