प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी रोजगार के मुद्दे पर सरकार का बचाव किया है. गडकरी ने दावा किया कि बीते 4 साल में उनके अधीन आने वाले विभागों ने एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का काम किया है. गडकरी के पास सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग, पोत परिवहन और नदी विकास एवं गंगा संरक्षण जैसे अहम मंत्रालय हैं.

गडकरी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कहा है कि उनकी सरकार ने लाखों नौकरियां पैदा की हैं, वह बिल्कुल सही है. हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारी सरकार के बनने के बाद मेरे विभागों ने 10 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं के ठेके दिए हैं और इसे प्रमाणित करने के लिए मेरे पास आंकड़े हैं. राजमार्ग, पोत परिवहन, बंदरगाह, अंतर्देशीय जलमार्ग और जल संसाधन जैसे क्षेत्रों में यह हुआ है.

निवेश से बढ़ता है रोजगार
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इन विभागों ने बड़ी संख्या में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं. मेरे अधीन आने वाले विभागों ने एक करोड़ युवाओं को रोजगार दिया है. पिछले चार साल में रोजगार सृजन की दर बढ़ी है. गडकरी कहा कि जब कभी भी 1,000 करोड़ रुपये का निवेश होता है तो 50 हजार से एक लाख के बीच प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होते हैं.

गडकरी के मुताबिक सड़क एवं भवन निर्माण में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों का विनिर्माण दोगुना हो गया है. सीमेंट उद्योग भी बढ़ रहा है. इसलिए कोई भी कह सकता है कि इन विभागों से जुड़े उद्योग बढ़ रहे हैं और इंजीनियरों, मजदूरों, ट्रक चालकों जैसे कई लोगों को रोजगार दे रहे हैं.

विभाग जुटा रहा है आंकड़े
गडकरी ने कहा कि वह अपने दावे के समर्थन में आंकड़े और सांख्यिकी जुटाने की प्रकिया में है. उन्होंने कहा कि हम आंकड़े जमा कर रहे हैं…मैं अपने विभागों को लेकर चुनौती स्वीकार कर सकता हूं. हमने कश्मीर में एक सुरंग का निर्माण किया, जहां 2000 कश्मीरी युवकों ने काम किया. जोजिला सुरंग में 4,000 कश्मीरी युवाओं को चार साल के लिए रोजगार मिलेगा.

नितिन गडकरी ने सरकारी सलाहकार एजेंसी वाप्कोस लिमिटेड के 50 वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से यह बात कही.

बता दें कि विपक्षी दल रोजगार के मुद्दे पर लगातार सरकार की आलोचना कर रहे हैं. साथ ही कांग्रेस पार्टी यह साफ कर चुकी है कि 2019 के चुनाव में रोजगार एक अहम मुद्दा होगा. पार्टी का आरोप है कि मोदी सरकार ने हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन सरकार इस क्षेत्र में पूरी तरह विफल साबित हुई है.