जिला पंचायत निर्वाचन – भाजपा ने मूहँ की खाई

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रतलाम – राजेश मूणत |  रतलाम जिला पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के मंगलवार को संपन्न निर्वाचन में भाजपा का बहुमत होने के बाद भी उपाध्यक्ष पद कांग्रेस के खाते में चला गया | अध्यक्ष पद पर भी पार्टी की बागी उम्मीदवार को जीत मिली | जिले में व्याप्त  कलह और भारी गुटबाज़ी के कारण भाजपा को इस तरह शिकस्त खाना पड़ी |  

विगत 45 दिनों से जिला पंचायत में नाटकीय घटनाक्रम चल रहा था | जिला पंचायत की भाजपा समर्थक अध्यक्ष अनिता जैन और उपाध्यक्ष दशरथ आंजना को पद से हटाने के लिए भाजपा के जिला मंत्री शंकरलाल पाटीदार ने कांग्रेस नेताओं से समझोता किया था | अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से कांग्रेस और पाटीदार खेमे ने पंचायत के उपाध्यक्ष दशरथ आंजना को पद से हटाने और अध्यक्ष अनिता जैन को इस्तीफा देने पर मजबूर किया था | 
 
 इसके बाद इन पदों के लिए नया निर्वाचन मंगलवार को हुआ इसमें भाजपा की बागी  निर्मला शंकर पाटीदार को अध्यक्ष और कांग्रेस के विरेन्द्र सिंह सोलंकी को उपाध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया । जिला पंचायत के 16 सदस्यों में से 9 सदस्य भाजपा समर्थक थे इसके बाद यह स्थिति निर्मित हुई जिसका लाभ कांग्रेस ने उठाया | 
 
जिला पंचायत अध्यक्ष पद का आज नामांकन दाखिल होने के अंतिम क्षण तक भाजपा अपना उम्मीदवार ही घोषित नहीं कर सकी | एन वक्त पर पार्टी  ने दल से बगावत करने वाली निर्मला पाटीदार को प्रत्याशी बनाया | इस दौरान भाजपा की ओर से निर्मला शंकर पाटीदार और भावना कुंवर दोनो ने नामांकन पत्र दाखिल किए। उधर कांग्रेस की ओर से श्रीमती बबीता देवदा ने नामांकन पत्र दाखिल किया था।
 
नामवापसी का समय समाप्त हो जाने तक भाजपा अधिकारिक तौर पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर सकी और परिणामत: भाजपा की दोनो महिला सदस्य अध्यक्ष पद के निर्वाचन में शामिल रही। दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती बबीता देवदा ने अपना नाम वापस ले लिया। मुकाबला भाजपा के ही दोनो सदस्यों के बीच हुआ।
 
निर्मला पाटीदार को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बताया लेकिन उन्होंने कांग्रेस के दावें का खंडन कर दिया | इस तरह  कांग्रेस की मदद से चुनाव जीतकर पाटीदार ने भाजपा की स्थिति को हास्यास्पद बना दिया है | 
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हुए निर्वाचन के अंतिम परिणाम के अनुसार निर्मला शंकर पाटीदार को कुल 13 मत मिले,जबकि भावना कुंवर को दो मत मिले। पूर्व उपाध्यक्ष दशरथ आंजना का मत गोपनीयता न बरतने की वजह से निरस्त किया गया। इसी तरह उपाध्यक्ष के पद पर विरेन्द्र सिंह सोलंकी को 12 मत मिले जबकि कैलाश निनामा को चार मत मिले |