रतलाम। बिजली चोरी पकड़ने के लिए अब बिजली कंपनी ट्रांसफॉर्मर पर मीटर लगा रही है। इससे उस ट्रांसफॉर्मर से कनेक्शन व लोड अनुसार हुई खपत व बिल में जारी खपत का आंकलन कर अंतर पता किया जाएगा। जहां भी ज्यादा अंतर आएगा वहां संबंधित ट्रांसफॉर्मर से जुड़े कनेक्शन की जांच कर आसानी से बिजली चोरी का पता लगाया जा सकेगा।
शहर में 100 ट्रांसफार्मर पर ये मीटर लगाए जाने हैं, मंगलवार से दो बत्ती क्षेत्र से इस पर काम प्रारंभ हो गया। गौरतलब है कि कंपनी ने एक साल में बिजली चोरी रोकने के लिए घरों में भी नए मीटर लगाने के बाद अब ट्रांसफॉर्मरों पर ऐसे मीटर लगाकर बिजली चोरी के सभी रास्ते बंद कर दिए है।
ट्रांसफॉर्मर के लोड से दर्ज होगा
ट्रांसफॉर्मर पर लगे मीटर पर कुल कनेक्शन का लोड व खपत दर्ज होगी। विभाग हर माह कुल बिलिंग के आंकड़ों से इसकी तुलना करेगा। आंकड़ों की तुलना में बिलिंग कम और लोड़ अधिक होने पर अंतर सामने आ जाएंगा। थ्री फेस की बिजली लाइन के लिए मीटर में तीन तरह के सिग्नल दिखाई देंगे। किसी तार से अधिक चोरी होने पर भी इसकी जानकारी मिल सकेगी।
100 केवी ट्रांसफॉर्मर पर योजना
टीडीआर मीटर लगाने के लिए विभाग ने 100 केवी क्षमता के ट्रांसफॉर्मर का चयन किया है। ऐसे 100 ट्रांसफॉर्मर पर मीटर लगाने का काम प्रारंभ हो गया है।
यह होंगे लाभ
किसी क्षेत्र में बिजली चोरी का संकेत मिलने के बाद उस क्षेत्र के हर कनेक्शन की जांच की जा सकेगी।
केबलिंग नहीं होने पर भी बिजली चोरी नहीं हो सकेगी।
बिजली चोरी रोकने में मानवीय श्रम की बचत होगी।
चोरी रोकने में सहायता
बिजली चोरी रोकने के लिए विद्युत कंपनी ने ट्रांसफॉर्मरों पर अत्याधुनिक मीटर लगाने की योजना बनाई है। इसमें क्षेत्र की बिजली खपत, बिलिंग तथा लोड से बिजली चोरी का अंदाजा लगाया जा सकेगा। इससे बिजली चोरी रोकने में सहायता मिलेगी।
-डीके पाटीदार, अधीक्षण यंत्री, बिजली कंपनी रतलाम वृत