रतलाम। जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों के साथ स्कूलों में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी डेट का दूध पहुंचने का मामला प्रकाश में आया है। इसका खुलासा होते ही स्थानीय स्तर पर विभाग से जुड़े अधिकारी सकते में हैं। राहत की बात यह है कि पुराना दूध बचा होने से उनके यहां पहुंचे दूध का वितरण अब तक नहीं किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों के बाद उक्त दूध को पुन: दुग्ध संघ को लौटा दिया है।

जिले में एक्सपायरी डेट का सबसे अधिक दूध जावरा क्षेत्र में पाए जाने का खुलासा हुआ है। रतलाम विकासखंड में शिवपुर व नगरा संकुल के स्कूलों में यह पहंुचा था। एक्सपायरी डेट का दूध जिले में आने की आशंका से जुड़ा पत्र मुख्यालय पर आने के बाद सभी विकासखंडों में मामले की जांच के निर्देश दिए गए, उसमें यहां भी इसकी खेप आने की पुष्टि हो गई। जिन स्थानों पर पावडर वाला फ्लेवर युक्त दूध आया था, उन्होंने पंचनामा बनाकर उसे वापस कर दिया है।

60 हजार बच्चे पीते हैं

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले 2071 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे है। इन केंद्रों पर नियमित रूप से सप्ताह में तीन दिन दूध वितरण किया जाता है। इसके चलते इन केंद्रों पर प्रतिमाह करीब 60 हजार बच्चे इसका सेवन करते है। यहां पर बच्चों को सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को अलग-अलग फ्लेवर का दूध दिया जा रहा है।

जुलाई से शुरू हुई योजना

जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों के साथ प्राथमिक स्कूलों में आने वाले बच्चों की सेहत बनाने के उद्देश्य से सरकार ने जुलाई से बच्चों को फ्लेवर युक्त दूध देने की योजना शुरू की थी। उसके तहत सांची दुग्ध संघ से पावडर का दूध सभी जनपदों में पहुंचने लगा, जहां से स्कूल व आंगनबाड़ी से जुडे लोग अपने बच्चों के लिए तय मात्रा में ले जाते है।

नहीं आई शिकायत

महिला एवं बाल विकास विभाग व शिक्षा विभाग की माने तो दूध से जुडे मामले की अब तक उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है। यह पहला मामला है, जब आगे से एक्सपायरी दूध के पैकेट वितरण की सूचना मिलने पर जहां मामला प्रकाश में आया, वहां से उसे लौटा दिया गया। बच्चे इस दूध को पसंद भी कर रहे है।

वापस लौटाया दूध

वर्तमान में जावरा परियोजना से करीब दो çक्ंवटल एक्सपायरी डेट का दूध वापस किया गया है। वहीं शिवपुर, नगरा के साथ बिलपांक के स्कूल से भी कुछ पैकेट वापस लौटाए गए है। इसके बदले दुग्ध संघ फिर से गुणवत्ता पूर्ण दूध पहुंचाएगा। सूत्रों की माने तो इसे वापस लेने के लिए दुग्ध संघ की गाड़ी आएगी और वहीं सभी जगहों से ले जाएगी।

डेट देखकर दूध तैयार करने के निर्देश हैं

दूध की जांच के संबंध में निर्देश मिले थे। उसमें कुछ केंद्रों पर आया दूध एक्सपायरी डेट का होना पाया गया है। उसे लौटाने के लिए संबंधितों को कहा है। सभी को पैकेट वाला दूध उपयोग करने के पहले उस पर लिखी एक्सपायरी डेट जांच कर ही दूध तैयार करने के निर्देश दिए है। अंकिता पंड्या, सहायक संचालक, महिला एवं बाल विकास विभाग, रतलाम

 

By parshv