आज से पर्वाधिराज पर्युषण, धार्मिक आराधनाओं में जुटेंगे जैन समाजजन

0

जैन समाज का वार्षिक महापर्व पर्युषण 18 अगस्त से शुरू होगा। पर्व का समापन 25 अगस्त को प्रतिक्रमण व क्षमापना के साथ होगा। पर्व को लेकर मंदिरों में विशेष तौर पर सज्जा की गई है। मंदिरों, स्थानक में रोज पूजा-अर्चना, अंग-रचना, व्याख्यान का दौर जारी रहेगा। श्रावक-श्राविकाएं तपस्याएं, एक, दो, तीन, अट्ठाई उपवास, आयंबिल आदि की तपस्याएं कर धर्मलाभ लेंगे।

समाजजन अन्य शहरों से भी साधु-साध्वियों के चातुर्मास स्थल पर व्याख्यान, तपस्याएं, पूजा अर्चना के लिए पहुंचेंगे। स्थानकवासी के पर्युषण 19 अगस्त से शुरू होंगे। नीमचौक स्थानक में समाजजनों में उत्साह का वातावरण है। संघ अध्यक्ष ललित पटवा एवं कोषाध्यक्ष अमृत कटारिया ने बताया श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, नीमचौक स्थानक में महासती शशि प्रभाजी, महासती इंदुप्रभाजी, महासती निपुण प्रभाजी, महासती रिद्धि प्रभाजी आदि के सान्निध्य में पर्युषण 19 से 26 अगस्त तक मनाया जाएगा।

इसमें रोज सुबह 6.30 बजे प्रार्थना, सुबह 8.30 से 10.30 बजे तक शास्त्र वाचन एवं विभिन्न विषयों पर प्रवचन होंगे। दोपहर में कल्पसूत्र वाचन, महिलाओं एवं बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं होंगी। प्रतिदिन शाम को प्रतिक्रमण एवं उसके बाद युवाओं द्वारा स्तवन एवं भक्ति का कार्यक्रम होगा। अंतिम दिन संवत्सरी महापर्व मनाया जाएगा। 27 अगस्त को सामूहिक क्षमापना कार्यक्रम एवं तपस्वियों के सामूहिक पारणे होंगे। इसके लाभार्थी राजेंद्र कुमार मांगीलाल कटारिया परिवार होंगे। बाबूलाल गांधी ने बताया नवदिवसीय अखंड नवकार महामंत्र के जाप 18 से 26 अगस्त तक नीमचौक स्थानक में होंगे। श्रीसंघ, श्री जैन दिवाकर नवयुवक मंडल, श्री जैन दिवाकर महिला मंडल, श्री जैन दिवाकर कमला बहुमंडल ने सभी से कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध किया।