रतलाम। सिंहस्थ में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए देशभर में अलग-अलग स्थानों से रेलवे 1250 ट्रेनें चलाएगा। इसके लिए योजना बनाई जा रही है। सिंहस्थ में उज्जैन से नागदा, रतलाम, इंदौर, भोपाल की ओर 100 से अधिक इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (एमू) ट्रेन चलाने पर विशेष तौर पर मंथन किया जा रहा है। रेलवे इस ट्रेन की उपयोगिता जांच रहा है। यह बात शनिवार को रतलाम आए रेलवे बोर्ड मेंबर ऑफ इलेक्ट्रिक हेमंत कुमार ने मीडिया से चर्चा में कही।

उज्जैन-फतेहाबाद के बीच गेज परिवर्तन योजना को मंजूरी नहीं मिलने के बाद से रतलाम मंडल के अधिकारियों द्वारा सिंहस्थ में इस ट्रेक पर फिर से मीटरगेज ट्रेन चलाने की योजना पर काम किया जा रहा था। मगर कुमार ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि सिंहस्थ अथवा उसके बाद भी इस ट्रेक पर रेलवे की मीटरगेज ट्रेन फिर से चलाने की कोई योजना नहीं है।

कुमार शाम करीब चार बजे उज्जैन से बीना पैसेंजर ट्रेन में लगे विशेष सैलून से आए। उनके साथ डीआरएम ललिता वेंकटरामन भी थीं। स्टेशन पर एडीआरएम संजय अग्रवाल ने स्वागत किया। कुमार ने प्लेटफार्म 4 व 5 के बीच बने इलेक्ट्रिक केंद्र के बाहर सोलर सिस्टम का शुभारंभ किया। रतलाम रेल मंडल के चित्तौडगढ़, रतलाम, इंदौर, नीमच स्टेशन पर कुल 100 मेगावॉट की क्षमता के सौर ऊर्जा संचालित ग्रिड कनेक्टेड पावर सिस्टम लगाए हैं।

अब कैमरे की निगरानी में स्टेशन

रतलाम रेलवे स्टेशन पर लगाए गए 16 सीसीटीवी कैमरों के कंट्रोल रूम का शुभारंभ भी कुमार ने किया। स्टेशन पर 55 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाना है। स्टेशन परिसर स्थित आरपीएफ थाने पर बनाए गए कंट्रोल रूम पर कुमार ने अधिकारियों से जानकारी लेकर दिशा निर्देश दिए। कुमार ने ट्रेनों के स्टेशन पर आने के दौरान महिला व विकलांग कोच के सामने कैमरे लगाने की बात कही।

डीजल शेड में सैटेलाइट सिस्टम का शुभारंभ

कुमार ने डीजल शेड पहुंचकर सैटेलाइट सिस्टम का शुभारंभ किया। इससे डीजल शेड रतलाम के इंजन की ऑनलाइन जानकारी शेड में मिलेगी। इस दौरान रतलाम रेल मंडल के अधिकारी उपस्थित थे।

By parshv