अखिल विश्व गायत्री परिवार ने रविवार को मध्यप्रदेश को शराब मुक्त बनाने की मांग को लेकर शहर में रैली निकाली। मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया। इसमें गांधी जयंती (2 अक्टूबर) से प्रदेश में शराब बंदी लागू करने का अनुरोध किया गया है। रैली में गायत्री परिवार के सदस्य नशा मुक्ति गीत गाते व नारे लगाते चल रहे थे।

गायत्री परिवार के सदस्य कालिकामाता मेला परिसर स्थित युग साहित्य प्रचार केंद्र पर एकत्र हुए। यहां से रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां तहसीलदार अजय हिंगे को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन का वाचन प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के विवेक चाैधरी ने किया। उन्होंने बताया बढ़ते अपराध, सड़क दुर्घटनाएं, घरेलू हिंसा, महिला छेड़छाड़ व बलात्कार आदि समस्याओं की मूल जड़ शराब ही है। हार्ट अटैक, लीवर व किडनी संबंधी बीमारियां बढ़ाने में शराब काफी हद तक जिम्मेदार है। युवाओं का भविष्य अंधकार मय हुआ है, लाखों बच्चें शिक्षा से वंचित रह गए है। इसी को ध्यान में रखते हुए रतलाम में गायत्री परिवार 3 सितंबर से अभियान चला रही है। इसका जिले के 20 हजार लोगों ने हस्ताक्षर कर समर्थन किया है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी राजमार्गों पर शराब की बिक्री प्रतिबंधित कर दी है। प्रदेश में जगह-जगह शराब की दुकानों को लेकर विरोध हुआ। गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ के विकास शैवाल ने बताया यदि 2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री द्वारा शराब बंदी की घोषणा नहीं की गई तो आगे भी शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चलाया जाएगा। रैली का नेतृत्व परिवार के पातीराम शर्मा ने किया। इस दौरान जी. एस. तोमर, अर्जुनसिंह चौहान, विकास शैवाल, सुशील शर्मा, कैलाश जोशी सहित अन्य मौजूद थे।

भोपाल में सीएम को देंगे हस्ताक्षर पत्र- गायत्री परिवार द्वारा मेला परिसर स्थित स्टाॅल पर भी शराब बंदी के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। 1 अक्टूबर को गायत्री परिवार के सदस्य प्रदेशवासियों के हस्ताक्षर, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संस्थाओं के समर्थन-पत्र के साथ मुख्यमंत्री को भोपाल में ज्ञापन सौंपेंगे।