रतलाम।नगर निगम द्वारा घर-घर जाकर कचरा उठाने की कोशिश को अच्छी सफलता मिली है। शहरवासी भी अब कचरा गाड़ी का इंतजार करने लगे हैं। नगर निगम ने 30 गाड़ियां और खरीदने की योजना बना ली है।
 जैसे ही निगम की गाड़ी आती है लोग डस्टबिन लेकर घर के बाहर खड़े हो जाते हैं। इससे निगम प्रशासन को कम स्टाफ के बावजूद कचरा निपटान में काफी मदद मिल रही है। अभी निगम की 25 गाडिय़ां 49 वार्डों से रोज 50 टन कचरा इकट्ठा कर रही हैं। घर-घर से कचरा संग्रहण की शुरुआत 26 जनवरी को आंबेडकर भवन के जोन दो से हुई थी। प्रारंभिक दिनों में लोग कचरा लेकर बाहर निकलने में झिझकते थे।
समय के साथ कचरा फेंकने के लिए नागरिकों को निगम के वाहन कचरा डालना ज्यादा सुविधाजनक लगने लगा है। यही वजह है कचरे की मात्रा दिन-ब-दिन बढ़ रही है। वर्तमान में 49 वार्डों पर 25 वाहन हैं। संभवत: 1 अप्रैल तक नए वाहन आने से प्रत्येक वार्ड को एक वाहन मिल जाएगा।
हर गाड़ी के तीन चक्कर– प्रत्येक गाड़ी सुबह व शाम क्षेत्र में तीन चक्कर लगाती है। जोन तीन व चार का कचरा करमदी ट्रेंचिंग ग्राउंड, जोन एक का जुलवानिया तथा जोन दो का कचरा आंबेडकर भवन के पीछे एकत्र कर वहां से डम्पर व ट्रैक्टरों से जुलवानिया ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचाया जा रहा है।
यह हुआ फायदा
जगह-जगह पड़े गंदगी के ढेर व दुर्गंध से छुटकारा।
मच्छर नहीं होने से बीमारियों में कमी।
अब सड़क पर कचरा कम फेंका जाता है।
कर्मचारियों की कमी के बावजूद ज्यादा कचरा उठ रहा।
गंदगी का सही निष्पादन।
सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग में सुविधा।
गलियों ने रोकी राह
तंग गलियों के कारण कचरा संग्रहण वाहन कई इलाकों तक नहीं पहुंच रहे। माणकचौक, थावरिया बाजार, शेरानीपुरा सहित आसपास के लगभग एक दर्जन इलाके शामिल हैं। नागरिकों को कचरा वाहन में डालने के लिए मुख्य मार्गों तक पहुंचना पड़ रहा है। कुछ क्षेत्रों की समस्या से निपटने के लिए निगम योजना बना रहा है।
वाहन बढ़ने से ज्यादा कचरा उठा सकेंगे
अभी 25 वाहनों से कचरा एकत्र किया जा रहा है। 30 नए वाहन खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जल्द वाहन आ जाएंगे। इसके बाद और ज्यादा कचरा उठाया जा सकेगा। सोमनाथ झारिया, आयुक्त
मशक्कत कम, शहर भी साफ हो रहा है
शुरुआत भले धीमी रही हो लेकिन नागरिकों का साथ मिलने लगा है। कचरे व गंदगी से छुटकारा मिल रहा है। शहर साफ नजर आने लगा है। सफाई को लेकर निगम की मशक्कत कम हुई है। डॉ. सुनीता यार्दे, महापौर।

By parshv