जहरीली शराब परिवहन का झूठा प्रकरण बनाने पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सोमवार रात करीब 9 बजे दीनदयाल नगर थाने पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना पर अन्य थानों के टीआई बल के साथ पहुंचे और लाइन से भी फोर्स मंगवा लिया। करीब 10 मिनट नारेबाजी के बाद विहिप, बजरंगदल पदाधिकारियों ने सीएसपी से चर्चा की। जांच का आश्वासन देने के बाद कार्यकर्ता लौट गए।
जानकारी के अनुसार बाजना बस स्टैंड पर दीनदयाल नगर निवासी दीपक बड़ोदिया का रविवार रात 10 बजे धीरज शाह नगर निवासी अक्षय सेन और साथियों से विवाद हुआ। मारपीट होने पर रविवार रात को पुलिसकर्मी अक्षय को थाने ले गए। सोमवार को आबकारी एक्ट में गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश किया जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
अक्षय को जेल भेजने की जानकारी मिलने पर सोमवार रात करीब 9 बजे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता दीनदयाल नगर चौराहे पर एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए दीनदयाल नगर थाने पहुंचे। जुलूस में विहिप जिला उपाध्यक्ष डाॅ. जितेंद्र वर्मा, सह संयोजक मोहित चौबे, जिला सह मंत्री झरनेश पांचाल, बजरंगदल के रामबाबू शर्मा, बजरंग दल जिला संयोजक आशीष सोनी, महाविद्यालय प्रमुख गौरव शर्मा तथा अन्य नेता शामिल थे। महाविद्यालय प्रमुख शर्मा ने सीएसपी विवेकसिंह चौहान को रविवार रात को हुई घटना की जानकारी दी। पदाधिकारियों का कहना था अक्षय हिंदू संगठन का कार्यकर्ता है और शराब व्यवसाय से उसका कुछ लेना-देना नहीं है। विवाद और मारपीट की धाराओं में प्रकरण दर्ज करने के बजाय जहरीली शराब का झूठा प्रकरण दर्ज किया, इसकी जांच की जाए। सीएसपी चौहान ने जांच का आश्वासन दिया तो कार्यकर्ता लौट गए।
बजरंग दल के रामबाबू शर्मा ने बताया दीनदयाल नगर में ड्रग्स बिक रही है परंतु नशे की पुड़िया बेचने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं करती। छह महीने में नशे के आदी दीनदयाल नगर के चार युवकों की मौत हो चुकी है। सीएसपी ने कहा आरोपियों की जानकारी दें। सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपराधिक रिकॉर्ड है अक्षय का
पुलिस के अनुसार शहर के थानों में अक्षय का आपराधिक रिकॉर्ड है। उसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध वसूली, मारपीट के सात प्रकरण दर्ज हैं।