मालवा फ्रेश एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी अब जापानी कंपनी पास्ट एग्रोटेक की देखरेख में 400 बीघा जमीन पर ऑर्गेनिक खेती करेगी। इसका एमओयू हो गया है। तय हुआ कि पास्ट एग्रोटेक ही किसानों को ऑर्गेनिक बीज, खाद, दवाई देगी। उत्पादन बेहतर दाम पर विदेशों में बिकवाएगी भी। किसानों की कंपनी को भरोसा है कि उन्हें इससे उपज के दोगुने दाम मिलेंगे।
उज्जैन संभाग के किसानों ने अगस्त 2015 में किसानों की एक कंपनी बनाई। कंपनी में 6000 किसानों के शेयर हैं। शेयरधारकों को मौसम, भाव, मार्केट की जानकारी एप से दी जाती है और इनका उत्पादन महानगरों तक बिकवाया जाता है। उद्यानिकी विभाग रतलाम के प्रयास से किसानों की कंपनी ने जापानी कंपनी के सीईओ नमित कुमार (बेंगलुरु) से मुलाकात करवाई। कंपनी ने रतलाम जिले की जमीन का परीक्षण करवाया तो पेस्टिसाइड (कीटनाशक) और वीडीसाइट (खरपतवारनाशक) 40 फीसदी ही मिला। इसके चलते इसे ऑर्गेनिक खेती के लिए बेहतर मानते हुए कंपनी ने इसी हफ्ते करार किया है। जिले के पिपलौदा ब्लॉक के 100 किसानों की 10 किमी के रेडियस की 400 बीघा जमीन पर ऑर्गेनिक खेती होगी। इसी साल खरीफ फसल से इसकी शुरुआत होगी। मार्गदर्शन के लिए कंपनी का एक मैनेजर यहीं रहेगा। कंपनी बीज, खाद, दवाई का रुपया लेगी। तैयार ऑर्गेनिक बीज खुद देगी और उत्पादन विदेशों में बेहतर दाम पर बिकवाएगी। उत्पादन जापान के साथ कंबोडिया, अर्जेंटिना, यूएस, इसराइल, थाइलैंड, दुबई भेजा जाएगा।
अब तक किसानों को मिला इतना फायदा
200 क्विंटल डाॅलर चना, 500 क्विंटल लहसुन मुंबई भेजी और चार लाख रुपए का फायदा मिला।
140टन सोयाबीन भुवनेश्वर व 17 टन बेंगलुरु पिछले हफ्ते भेजा। इसमें सोयाबीन पर प्रति क्विंटल 200 और लहसुन पर 700 रुपए प्रति क्विंटल लाभ मिला।
25सर्विस होल्डर उपलब्ध कराए हैं कंपनी ने संभाग में, जो किसानों को नई जानकारी देते हैं और समस्याओं का समाधान करते हैं।
ऑर्गेनिक उत्पादन
मालवा फ्रेश एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के मैनेजिंग डाइरेक्टर हरिराम शाह (पिपलौदा) ने बताया पहले साल पूरी तरह ऑर्गेनिक उत्पादन नहीं होगा। धीरे-धीरे यह सौ फीसदी पर पहुंचेगा। कंपनी में 10 डायरेक्टर हैं। एमओयू होते ही जापानी कंपनी ने काम शुरू कर दिया है।
10 किमी रेडियस के इन गांवों में होगी खेती
ऑर्गेनिक खेती 10 किमी रेडियस के बोरखेड़ा, ऊपरवाड़ा, कुशलगढ़, हतनारा, शेरपुर, कमलाखेड़ा में होगी।