रतलाम। रतलाम मंडल के देवास रेलवे स्टेशन पर रेल टिकट की कालाबाजारी करते हुए एक व्यक्ति को आरपीएफ की क्रॉइम ब्रांच टीम ने पकड़ा। आरोपी पार्सल विभाग का लोडर (हम्माल) है। पूछताछ में उसने रेलवे स्टॉफ के माध्यम से यह काम करने की बात कबूली। कार्रवाई रविवार सुबह 10 बजे के आसपास तत्काल टिकट लेते समय की गई।
देवास में टिेकटों की कालाबाजारी की सूचना वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त सचिन भालोदे को मिलने के बाद रतलाम से निरीक्षक अपराध शाखा ने टीम को वहां भेजा। सब इंस्पेक्टर परसराम, टीमसिंह, हेड कांस्टेबल रामकिशोर, विजेंद्र सिंह तोमर ने आरक्षण कार्यालय पर तत्काल टिकट बुकिंग के समय लाइन में लगे व्यक्ति पर नजर रखी। जेब से बार-बार एक से अधिक आरक्षण फॉर्म निकालने पर शंका के आधार पर लोडर से पूछताछ की तो उसने अपना नाम रोहित पिता कन्हैयालाल (40) बताया। उसके पास से 1015 रुपए राशि का कोटा-वाराणसी का टिकट, 750 रुपए नगद तथा दो आरक्षण फॉर्म जब्त किए गए।
रात में कार्यालय के बाहर ही सो जाता
रोहित ने बताया कि वह टिकट बुक कराने के लिए रोज आरक्षण कार्यालय के बाहर रात 10 बजे सो जाता था। सुबह खिड़की खुलते ही वह कतार में लगता। क्रॉइम ब्रांच टीम के अनुसार स्टेशन पर रेलवे स्टॉफ के माध्यम से वह इस काम को अंजाम देता था। इसके एवज में उसे 100 रुपए मिलते थे। आरपीएफ ने उसके खिलाफ टिकटों की कालाबाजारी अधिनियम 143 के तहत प्रकरण दर्ज किया। 11 मई को भी मेघनगर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ टीम ने गगन पिता आनंद किशोर (25) को टिकटों की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा था।
कार्रवाई की
देवास में टिकटों की कालाबाजारी करते युवक को पकड़ा है। अभी सीजन होने से कालाबाजारी की आशंका बढ़ गई है। इसकी सूचना मिलने के बाद देवास तथा पहले मेघनगर में भी कार्रवाई की गई।
–सचिन भालोदे, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, रतलाम