लोकसंत जयंतसेन सूरीश्वर के देवलोकगमन पर उनके आत्म श्रेयार्थ नवोदित तीर्थ जयंतसेन धाम पर तीन दिवसीय जयंतसेन पुण्योत्सव की शुरुआत शुक्रवार को श्री राजेंद्रसूरि अष्टप्रकारी पूजन से हुई। भक्तों ने दादा गुरुदेव विजय राजेंद्र सूरीश्वर की पूजन का भक्ति भाव से परिपूर्ण माहौल में लाभ लिया।
लोकसंत के नूतन पट्टधर आचार्य नित्यसेन सूरीश्वर एवं आचार्य जयर| सूरीश्वर की प्रेरणा से अष्टप्रकारी पूजन प्रवीण बरबोटा मित्र मंडल द्वारा करवाई गई। करीब 3 घंटे तक चले संगीतमय पूजन में फल, फूल, नैवेद्य, पुष्प, अक्षत, दीप, धूप, दर्पण आदि द्रव्यों उपयोग किया गया। आयोजक, राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष व अभा त्रिस्तुतिक जैन श्वेतांबर श्रीसंघ के राष्ट्रीय परामर्शदाता चेतन्य काश्यप परिवार के सिद्धार्थ काश्यप एवं पूर्वी काश्यप ने दादा गुरुदेव के पूजन एवं आरती का लाभ लिया। पुण्योत्सव के दूसरे दिन 13 मई को श्री भक्तामर महापूजन की शुरुआत सुबह 10 होगी। अंतिम सोपान पर 14 मई को गुरु गुणानुवाद भक्ति व सभा के बाद सकल जैन श्रीसंघ सहित आमंत्रितजन का स्वामी वात्सल्य भी होगा।