इमालवा – रतलाम | रतलाम शहर जिला कांग्रेस का नया अध्यक्ष कौन होगा ? इस प्रश्न को लेकर रतलाम शहर की कांग्रेस की राजनीति में उफान आया हुआ है | हालांकि अभी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारी के लिए ताल ठोक रहे शहर कांग्रेस अध्यक्ष का इस्तीफा नहीं हुआ है | लेकिन कांग्रेसजन यह मान रहे है की कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्णय का सम्मान करते हुए शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा जल्द ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे | डॉ. राजेश के इस्तीफे की सुगबुगाहट के मद्धेनजर चुनावी साल में इस पद पर ताजपोशी के लिए कांग्रेस के कई नेता सक्रिय भी हो गए है
विधान सभा चुनाव में उम्मीदवार बनने के इच्छुक नेताओं को संगठन के पदों से इस्तीफा देना होगा | कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के इस निर्णय का स्वागत करते हुए नजदीकी जिले धार के संगठन अध्यक्ष ने अपना पद त्याग दिया है | इस त्यागपत्र के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है की अन्य जिलो में भी इसका अनुसरण होगा | माना जा रहा है की अगला इस्तीफा रतलाम शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष का होगा | कांग्रेस की राजनीति को जानने वाले लोगो का कहना है की कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया भी राहुलजी के इस फैसले का प्रदेश के सभी जिलो में अमल करवाना चाहते है | इसके लिए उन्होंने सबसे पहले पहल करते हुए अपने कट्टर समर्थको को आगे किया है | धार के अध्यक्ष से इसकी शुरुआत हुई है और अब रतलाम में भुरियाजी के कट्टर समर्थक डॉ. राजेश का इस्तीफा हो सकता है |
रतलाम शहर विधान सभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में किसके नाम पर अंतिम मुहर लगेगी ? हालांकि यह अभी स्पष्ट भी नहीं हो सकता है | लेकिन वर्तमान में जारी गतिविधियों के हिसाब से कांग्रेस का उम्मीदवार बनने के लिए सर्वाधिक सक्रिय नेता के रूप में डॉ.राजेश का नाम लिया जाने लगा है | अपनी उम्मीदवारी के लिए बेताब डॉ. राजेश इन दिनों रतलाम शहर के ब्राम्हण मतदाताओं को एकजुट करने में लगे हुए है | चुनाव के मद्धेनजर ही वे अपनी छवि को धर्मप्रिय बनाने की मशक्कत भी कर रहे है | उनके निवास पर जारी भगवत कथा और उसके व्यापक प्रचार – प्रसार का हवाला देकर लोग इस बात की पुष्टि भी कर रहे है |
इन गतिविधियों को देखकर कहा जाने लगा है की रतलाम के शहर कांग्रेस संगठन में जल्द ही बड़ा बदलाव हो सकता है | माना जा रहा है की अपने निवास पर जारी भगवत कथा के संपन्न होने के बाद कांग्रेस के शहर अध्यक्ष अपना पद त्याग सकते है | इसी के साथ रिक्त होने जा रहे पद पर कौन काबिज होगा इसके कयास भी लगाए जाने लगे है | माना जा रहा है की कांग्रेस इस महत्वपूर्ण पद पर किसी वरिष्ठ अल्पसंख्यक नेता की ताजपोशी कर नाराज मुस्लिम मतदाताओं को भी भरोसे में लेने का काम कर सकती है |