पिपलौदा/रतलाम। ग्राम हतनारा में मंगलवार को पुलिसकर्मी द्वारा विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड सत्संग प्रमुख के साथ मारपीट के बाद बवाल हो गया। गुस्साए ग्रामीणों और विहिप के कार्यकर्ताओं ने पिपलौदा थाने का घेराव कर जावरा रोड पर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान पथराव भी हुआ। इससे पुलिस की जीप को क्षति पहुंची। पुलिसकर्मी के निलंबन की घोषणा के बाद मामला शांत हुआ। प्रदर्शनकारियों पर भी कायमी की गई।
जानकारी के अनुसार ग्राम हतनारा निवासी मोहनलाल पिता शंकरलाल पाटीदार के मकान का निर्माण चल रहा है। इसके चलते उसने ढाई बोरी सोयाबीन गणेश पिता मोहनलाल के यहां रखी था। सोमवार रात गांव के ही जमील खां ने सोयाबीन चुराकर घर में छिपा दी। बोरों में छेद से गिरी सोयाबीन जमील के घर तक मिली। इसी आधार पर मोहनलाल ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जमील के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया गया। मंगलवार सुबह करीब 10 बजे पुलिसकर्मी जमील के घर पहुंचे तो उसकी पत्नी ने उन्हें घर में घुसने से रोका। इस दौरान विहिप का सत्संग प्रमुख महेश पाटीदार इस पूरी घटना की वीडियो क्लिपिंग बनाने लगा। पुलिस ने उसे क्लिपिंग बनाने से मना किया, परंतु वह नहीं माना। इस दौरान पुलिस आरक्षक प्रेमसिंह मुनिया ने पाटीदार को चांटा मार दिया। बाद में उसे जीप में बैठाकर थाने ले गए। इस पूरी घटना से ग्रामीण नाराज हो गए और थोड़ी देर बाद विहिप के कार्यकर्ता और ग्रामीण पिपलौदा थाने पहुंच गए।
आरक्षक को छिपाया
प्रदर्शनकारी थाने पहुंचकर मारपीट करने वाले पुलिसकर्मी को बाहर निकालने की मांग करने लगे। ग्रामीणों को उत्तेजित देख पुलिसकर्मियों ने थाने के मुख्य गेट का चैनल बंद कर पुलिसकर्मी प्रेमसिंह को अंदर छिपाया। इस पर प्रदर्शनकारी गेट खुलवाने के लिए गेट पर झूमाझटकी करते रहे। गेट बंद करने से आक्रोशित लोगों ने थाने पर पथराव शुरू कर दिया। वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर गेट खुलवाया।
पुलिस वाहनों को भी रोका
थाने पर आक्रोशित ग्रामीण पुलिसकर्मी को निलंबित करने और हटाने की मांग करने पर अड़ गए। इससे हंगामे की स्थिति बन गई। उधर जावरा-पिपलौदा रोड पर चक्काजाम कर दिया गया। कुछ लोगों ने पथराव भी किया। सूचना मिलने पर जावरा एसडीओपी केके व्यास, सीएसपी दीपक शुक्ला और तहसीलदार अजय हिंगे पिपलौदा पहुंचे। वे थाने जा रहे थे लेकिन प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम कर पुलिस वाहनों को नाके के समीप रोक दिया। इससे पुलिस अधिकारियों को थाने तक पैदल जाना पड़ा।
अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया लेकिन वे निलंबन की मांग पर अड़े रहे। बाद में एसडीओपी श्री व्यास ने आरक्षक प्रेमसिंह मुनिया को निलंबित करने की घोषणा की। इसके बाद मामला शांत हुआ। बाद में जावरा एसडीएम एसके मिश्रा ने मौके का पहुंचकर जानकारी ली। ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस ने बेवजह मारपीट की।
प्रदर्शनकारियों पर प्रकरण दर्ज
इधर पुलिस ने ग्राम राकोदा के चौकादार गेबीलाल पिता जगन्नााथ की रिपोर्ट पर आरोपी माखनसिंह निवासी अयाना, अंतिम, प्रभुलाल पाटीदार, लक्ष्मण पाटीदार, दिनेश पाटीदार, कारूलाल पाटीदार, लाजू, रणजीतसिंह सभी निवासी ग्राम हतराना, रघुवीरसिंह निवासी बड़ावदा सहित अनेक लोगों पर चक्काजाम करने, आचार संहिता का उल्लंघन करने, तोड़फोड़ करने का मामला भादंवि की धारा 188, 341, 336, 323, 427, 294, 34 के तहत दर्ज किया है।