रतलाम. पीएसीएल के दफ्तर पर अब ताला लग गया है। इससे रुपए मिलने की निवेशकों की बची आस भी अब ताले में बंद हो गई। कंपनी में रुपए लेने आने वाले ग्राहक ताला देखकर लौट रहे हैं।

 कंपनी आरडी, एफडी सहित अन्य जमा योजना संचालित करती थी। बैंक और डाकघर की तुलना में तीन फीसदी ज्यादा ब्याज के लालच में जिले के 4500 लोगों ने कंपनी में निवेश किया और हर महीने अपनी गाढ़ी कमाई से पाई-पाई जोड़ी। अब जब रिटर्न की बारी आई तो कंपनी पैसा नहीं लौटा रही है। दो साल से सेट में मामला चल रहा कि बात कहकर निवेशकों से टालमटोल की गई। अब तो कंपनी के महू रोड स्थित दफ्तर पर ताला ही लग गया है। इससे निवेशकों के 2 करोड़ रुपए फंस गए हैं। ग्राहक कंपनी के लैंडलाइन फोन नंबर पर 07412-320208 पर कॉल कर रहे हैं तो फोन इंगेज आ रहा है। कंपनी के फिल्ड ऑफिसर और मैनेजर निवेशकों को नहीं मिल रहे हैं।

एक नजर

4500 जिले के लोग

02 करोड़ रुपए फंसे

08 कर्मचारी रतलाम में थे नियुक्त

एफडी पूरी हुई नहीं मिली राशि

न कर्मचारियों को मिली पगार, न मकान मालिक को मिला किराया

पीएसीएल के दफ्तर में पहले 8 कर्मचारी हुआ करते थे। मैनेजर शैलेंद्र तिवारी का लखनऊ तबादला हो गया। इसके बाद से कर्मचारियों को पगार मिलना बंद हो गई। मकान मालिक को कंपनी ने किराया भी नहीं चुकाया। इससे दफ्तर पर ताला ही लग गया है।

2014 में एफडी पूरी लेिकन नहीं मिली राशि

नगरा के राजेंद्र मईडा ने बताया उन्होंने पीएसीएल कंपनी में 10 हजार रुपए की एफडी कराई थी। मार्च 2014 में ही एफडी पूरी हो गई थी। इसके बाद जब वे ब्रांच में गए तो बताया अभी सेट में मामला चल रहा है। जल्द ही आपको राशि दे दी जाएगी। लेकिन आज तक नहीं मिली। पहले कई दिनों तक ऑफिस के चक्कर लगवाए। अब तो दफ्तर में ही ताला लगा दिया है। आसपास पूछा तो कोई बताने को तैयार नहीं है। अब कहां जाएं।

220 रुपए महीने की आरडी थी

अलकापुरी के रोहित शर्मा ने बताया 220 रुपए महीने की आरडी कराई थी। डेढ़ साल पहले मई में ही पूरी हो गई थी। ब्रांच में लेने गए तो बताया अभी न्यायालय में प्रकरण है। आपके पैसे जल्द मिल जाएंगे। लेकिन आज तक रुपए नहीं मिले। अब तो ताला ही लग गया है। अब कहां से रुपए आएंगे। ब्याज सहित 18 हजार रुपए से ज्यादा फंस गए हैं।

50 हजार की एफडी है
बाजना के मांगूसिंह ने बताया कंपनी में 50 हजार की एफडी कराई थी। डेढ़ साल पहले यह पूरी हो गई थी। लेकिन आज तक रुपए नहीं मिले। महू रोड स्थित कंपनी का दफ्तर भी अब बंद हो गया है। बढ़ी मुश्किल से राशि जमा कराई थी। लेकिन अब तक नहीं मिली।

By parshv