शहर में पर्याप्त दबाव से पानी नहीं पहुंचने और शुद्ध पेयजल की सप्लाई नहीं होने से नाराज जनता का आक्रोश मंगलवार को निगम में दिखाई दिया। शहर में पेयजल सप्लाई नहीं होने की समस्या को लेकर पूर्व कांग्रेस महामंत्री शेरू पठान के नेतृत्व में आयुक्त से शिकायत करने पहुंचे लोग आयुक्त एसके सिंह के कक्ष में नहीं मिलने पर भड़क गए। उन्होंने निगम में तालेबंदी करने की धमकी दी। मामला इतना बड़ गया कि पुलिस को भी हस्तक्षेप करना पड़ा।
शहर में शुद्ध व नियमित पेयजल सप्लाई नहीं होने की समस्या को लेकर लोग मंगलवार को कलेक्टोरेट से रैली के रूप में नगर निगम पहुंचे। दोपहर 1.20 बजे निगम के बाहर नारेबाजी करते हुए आयुक्त को बुलाने की मांग की। आयुक्त के कक्ष में नहीं होने की जानकारी पर लोग भड़क गए और कक्ष के बाहर धरना देकर बैठ गए। करीब 20 मिनट धरना देने के बाद भी जब आयुक्त नहीं पहुंचे तो लोग निगम गेट पर ताला लगाने जाने लगे। मौके पर पहुंचे दो बत्ती थाना टीआई अजय सारवान ने आयुक्त को फोन लगाकर निगम बुलवाया। आयुक्त के निगम पहुंचने के बाद लोगों ने समस्याएं बताई।
शेरू पठान ने बताया निगम आयुक्त को एक दिन पूर्व ही ज्ञापन के माध्यम से सूचना दे दी गई थी बावजूद वे कक्ष में नहीं मिले। सहायक आयुक्त पहुंचे तो लोगों ने उन्हें भी लौटा दिया। आयुक्त को ज्ञापन देकर लोगों ने बताया शहर में मटमैला, बदबूदार पानी सप्लाई हो रहा है। यूआईडीएसएसएमटी योजना में गड़बड़ी, 30 दिन का शुल्क लेकर 15 दिन पानी दिया जाता है, गुणावद डेम की योजना कई सालों से कागजों पर चल रही है, इसे मूर्त रूप देने की बात कही गई। जिपं उपाध्यक्ष डीपी धाकड़, बीएस जोशी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नासीर कुरैशी, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष राजेश सक्सेना आदि मौजूद थे।