रतलाम। मौसम के बदलते रंग ने किसानों के चेहरे की रंगत फीकी कर दी है। मार्च माह में अगस्त जैसी बारिश से रबी की फसल को खासा नुकसान हुआ है। हालत यह है कि सप्ताह भर पहले गेहूं की लहलहाती फसल को देख अच्छे दाम की उम्मीद लगाए बैठे किसानों को अब कर्ज पाटने की चिंता सताने लगी है।
मंडी में व्यापारियों को भी बारिश के चलते नुकसान हुआ है। गुरुवार से रुक-रुककर कभी तेज तो कभी
मध्यम बारिश हो रही है। शनिवार को भी शहर सहित जिले में तेज बारिश हुई। कई स्थानों पर नींबू के आकार के ओले गिरे।
इससे खेतों में खड़ी फसल आड़ी हो गई। शनिवार सुबह करीब 11 बजे हल्की बूंदाबांदी हुई। इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे बिजली की कड़कड़ाहट व बादलों की गरज के साथ 10 मिनट तक तेज बारिश हुई।
इससे सड़कें तरबतर हो गई। इस बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। फसलों को बचाने के लिए किसान जतन कर रहे हैं।
गत वर्ष करीब 12 करोड़ का मुआवजा
वर्ष 2014 में मार्च-अ”ङैल माह में जिले में हुई ओलावृष्टि के चलते 270 गांवों के 37740 किसानों की 24087 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई थी। राजस्व अमले ने सर्वे के बाद 26 करोड़ 51 लाख रुपए की राशि मुआवजे के रूप में वितरण करने के लिए मांग शासन को भेजी थी। शासन ने 11 करोड़ 72 लाख 43 हजार 261 रुपए आवंटित किए थे।