हनुमान जयंती पर शुक्रवार को शहर में माहौल धर्ममय रहा। मंदिरों में सुंदरकांड तो कहीं महाआरती हुई। सनातन धर्म महासभा और हनुमान जन्मोत्सव समिति ने कालिकामाता मंदिर से सुबह 8 बजे शोभायात्रा निकाली तो माहौल कैसरिया हो गया। शोभा यात्रा में आगे-आगे घुड़सवार ध्वजा लेकर चल रहे थे, उनके पीछे अखाड़ों के पहलवान करतब दिखाते और महिलाएं थीं। शोभायात्रा प्रमुख मार्गों से होती हुई राम मंदिर पहुंची। महाआरती के साथ समाप्त हुई। पांच किमी शोभायात्रा में 32 स्थानों पर स्वागत किया गया। महामंडलेश्वर 1008 स्वरूपानंद महाराज, गोपालदास महाराज, सिख समाज के ज्ञानी मानसिंह सहित बड़ी संख्या मे श्रद्धालु उपस्थित थे। स्वरूपानंद महाराज इसके बाद सिंहस्थ के लिए उज्जैन चले गए। पं. रामचंद्र शर्मा (सर्राफ), लालचंद टांक, डॉ. राजेंद्र शर्मा, रामचंद्र पंडया, जगदीश परिहार, गोपाल माली, दिनेश दवे, पुष्पेंद्र जोशी, चेतन शर्मा, तारा बेन सोनी, सुनीता सोलंकी, मोहन शर्मा, सूरजमल टांक आदि उपस्थित थे।
इधर सामाजिक संस्था इस्लामिया-ए हिंद कमेटी ने शहर सराय में शोभायात्रा का स्वागत किया। इस दौरान महंत गोपालदास और शहर काजी अहमद अली गर्मजोशी से गले मिले। नेता प्रतिपक्ष यास्मीन शेरानी, पार्षद नजमा बेलूत, जिला वक्फ बोर्ड सचिव अनीश अलीगढ़ी और सामाजिक कार्यकर्ता रशीद मंसूरी ने बग्घी में सवार धर्मगुरुओं का स्वागत किया। महलवाड़ा चौराहे पर श्री गुर्जर समाज युवा इकाई ने स्वागत किया। मोहनलाल धर्मा के नेतृत्व में पुष्प वर्षा और शीतल जल का वितरण किया गया।
सनातन धर्म महासभा और हनुमान जन्मोत्सव समिति की शोभायात्रा निकली तो माहौल पूरा कैसरिया हो गया।