बंजली के समीप बन रहे संभाग के पहले सरकारी मेडिकल का अब तक नाम तय नहीं है। अब इसके नाम की कवायद शुरू हो गई है। नाम को लेकर भोपाल में अधिकारियों के बीच मंथन चल रहा है। जिले से भी इस पर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से इस पर कुछ चर्चा करके नामों के बारे में सुझाव मांगे जाने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि अभी यह कवायद भोपालस्तर पर ही शुरू हुई है किंतु यह तय है कि दो से तीन माह के भीतर यह तय हो जाएगा कि रतलाम के मेडिकल कॉलेज का नाम क्या होगा।

पूर्व कलेक्टर के समय चली थी सुगबुगाहट
पूर्व कलेक्टर बी चंद्रशेखर के समय इसके नामकरण की कवायद जिले में चली थी। सूत्र बताते हैं कि इसकी फाइल भी कलेक्टर कार्यालय में थोड़े समय के लिए चली थी किंतु बाद में इसका क्या हुआ किसी को पता नहीं। सूत्र बताते हैं कि तत्कालीन कलेक्टर चंद्रशेखर ने नामकरण को लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा भी कर ली थी।

ऑटोनॉमस बॉडी की समिति करेगी तय
मेडिकल कॉलेज संचालन के लिए पिछले महीने ऑटोनॉमस बाडी का पंजीयन किया जा चुका है। यह बॉडी ही मेडिकल कॉलेज से जुड़े सारे निर्णय करेगी। इसमें दो समितियां रहेंगी जिनमें से प्रशासनिक समिति को सबसे ज्यादा अधिकारी दिए गए हैं। यही समिति सारे बड़े निर्णय करने में सक्षम होगी। इसका सर्वेसर्वा संभागायुक्त होंगे। इसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल रहेंगे।

मुख्यमंत्री से हुई है चर्चा
रतलाम के मेडिकल कॉलेज के नामकरण को लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से चर्चा हुई है। प्रदेश में खुलने जा रहे सभी नए मेडिकल कॉलेजों के नामकरण का मसला होने से एक साथ ही सभी के नाम तय होंगे। यह तय है कि महापुरुषों के नाम पर कॉलेज का नाम रखे जाने को लेकर चर्चा हुई है।

चेतन्य काश्यप, शहर विधायक व राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष