रतलाम मेडिकल कॉलेज, एमसीआई में आवेदन की कार्रवाई पूरी

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रतलाम में खुलने वाले मेडिकल कॉलेज को अगले सत्र से शुरू करने की दिशा में एक और अहम कदम बढ़ा दिया गया है। मेडिकल कॉलेज के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) में इसके लिए आवेदन कर दिया गया है। अब एमसीआई की टीम सितंबर या अक्टूबर माह में कभी भी रतलाम का दौरा कर सकती है। इसके म²ेनजर यहां के निर्माण कार्य सहित तमाम तरह की तैयारियां भी अब तेजी से चलने लगी है। रतलाम मेडिकल कॉलेज के प्रभारी डीन और महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. संजय दीक्षित बताते हैं कि आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। रतलाम जिला अस्पताल को इसके लिए तैयार किया जाना है।

जिला अस्पताल के लिए दी चेकलिस्ट

प्रभारी डीन डॉ. दीक्षित बताते हैं कि रतलाम के विधायक और राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप से हुई चर्चा के अनुसार एमसीआई के मापदंडों के अनुसार जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर हमने यहां एक चेकलिस्ट दी है जिसकी पूर्ति करने को कहा गया है। कलेक्टर से भी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल के बारे में चर्चा हो चुकी है। इनका अवलोकन करने के लिए हमारी टीम अगले माह किसी भी समय रतलाम पहुंच सकती है।

भोपाल से होगी भर्ती प्रक्रिया

रतलाम मेडिकल कॉलेज से जुड़े सूत्र बताते हैं कि अगले सत्र से कक्षाएं लगाने के लिए प्रारंभिक तैयारियां अपने स्तर पर चल रही है जबकि स्टॉफ की भर्ती, फर्नीचर और उपकरण आदि की खरीदारी भोपालस्तर से ही होना है। तकनीकी शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है, जिससे कॉलेज शुरू करने से पहले यह सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित हो सके।

ब्लड कंपोनेंट यूनिट की तैयारी

अगले सत्र से शहर में मेडिकल कॉलेज शुरू होने के म²ेनजर जिला अस्पताल के लिए स्वीकृत हो चुकी ब्लड कंपोनेंट यूनिट के लाइसेंस के लिए जिला प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। सूत्र बताते हैं कि मेडिकल कॉलेज के लिए ब्लड कंपोनेंट यूनिट भी जरुरी है। इसलिए भोपाल से जिला अस्पताल से इस बारे में कुछ बिंदुओं पर जानकारी तलब की गई है।

लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू

भवन की उपलब्धता, उपकरण, लाइसेंस और अन्य जो तैयारियां की गई है वे पूछी गई है। बताया जाता है कि जिला अस्पताल से लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू करने, उपकरण पहुंचने की जानकारी तो भेज दी है किंतु भवन नहीं होने के बारे में जरुर बताया है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर बताते हैं कि लाइसेंस प्राप्त करने की लंबी प्रक्रिया होती है। यह प्रक्रिया हम शुरू कर चुके हैं।