रतलाम. स्टेशन से मुंबई तरफ प्लेटफॉर्म 4, 5, 6 व 7 को जोड़ने बन रहे एफओबी के लेडिंग पाइंट पर गुड्स शेड के पास नया सर्कुलेटिंग एरिया डेवलप होगा। इससे स्टेशन से सीधे बाहर आने का एक और रास्ता मिल जाएगा। 20 लाख की लागत से समतलीकरण कर टाइल्स भी लगाई जाएगी।
स्टेशन से बाहर आने के लिए सिर्फ एक पुल है। यह सभी प्लेटफॉर्म से जुड़ा है। ट्रेन आने के दौरान इस पर ज्यादा लोड रहता है। जाम की स्थित भी बन जाती है। इससे रेलवे ने प्लेटफॉर्म 7 के मुंबई छोर पर एफओबी को प्लेटफॉर्म 4, 5 व 6 से लिंक कर यात्रियों को सीधे गुड्स शेड के बाहर निकालने की योजना बनाई है। यहां 300 वर्गमीटर में सर्कुलेटिंग एरिया भी बनेगा। इंजीनियर आलोक श्रीवास्तव ने बताया नाले की दीवार बनाकर भराव शुरू किया है। सीसी कर टाइल्स लगाई जाएगी। यहां से जीआरपी थाने वाली रोड से यात्री सीधे मुख्य मार्ग पर निकल सकेंगे।
यात्रियों और रेलवे दोनों को होगा फायदा
सिंहस्थ का यात्री दबाव दो हिस्सों में बंट जाएगा।
यात्रियों को स्टेशन से बाहर आने का एक और रास्ता मिल जाएगा।
लंबी ट्रेनों के यात्रियों को एफओबी तक जल्दी पहुंच हो जाएगी। अभी एकमात्र पुल तक आने के लिए काफी लंबा चलना पड़ता है।
मेन सर्कुलेटिंग एरिये में ऑटो व अन्य वाहनों की आवाजाही कम होगी।
गुड्स शेड को स्थानांतरित करने की भी योजना
व्यवस्थित रूप से नया सर्कुलेटिंग एरिया डेवलप करने के लिए गुड्स शेड को स्थानांतरित करना पड़ेगा। कुछ साल पहले रेलवे इसे धौंसवास के पास ट्रांसशिपमेंट यार्ड में शिफ्ट करने का प्रपोजल तैयार कर चुका है। गुड्स शेड स्थानांतरण के बाद नए एरिया में टिकट विंडो, ऑटो स्टैंड, पार्किंग सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।