रतलाम। रेल पटरी पर आमतौर ट्रेन ही चलती है, लेकिन सोमवार रात एक तेज रफ्तार कार उस पर पहुंच गई थी। इसकी जानकारी आरपीएफ के साथ रेल कर्मचारियों को मिली तो उनके के पसीने छूट गए। आरपीएफ ने तत्काल मौके पर पहुंच कार चालक को पकड़ा, तो उसने स्वयं को जिला पंचायत के सीईओ का ड्राइवर होना बताकर बचना चाहा। ये सुन आरपीएफ ने जिला पंचायत के मध्यान्ह भोजन शाखा के प्रभारी को बुलाकर उनसे पूछताछ भी की।
आरपीएफ के अनुसार घटना सोमवार रात करीब 12.30 बजे डाउन यार्ड के शंटिंग लाइन की है। मामले में कार चालक जवाहर नगर निवासी घनश्याम पाटीदार को गिरफ्तार किया है। चालक पर रेलवे एक्ट की धारा 153, 145 ए व 147 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। आरपीएफ को देर रात सूचना मिली कि तेज गति से आई कार ट्रेक पर आकर फंस गई है। सूचना पर आरपीएफ निरीक्षक राकेश यादव, एसआई जनकसिंह टीम सहित मौके पर पहुंचे, तो टे्रक पर चालक नशे की हालत में मिला। उससे पूछताछ करने पर उसने गाड़ी जिला पंचायत की होना बताई और स्वयं को सीईओ का ड्राइवर।
तीन घंटे लगे कार निकालने में
आरपीएफ के अनुसार ट्रेक पर फंसी गाड़ी को निकालने में करीब तीन घंटे का समय लगा। कार ट्रेक पर बुरी तरह से फंस गई थी। उसे निकालने के लिए जेसीबी व क्रेन बुलाई गई, लेकिन ऊपर ओएचई लाइन होने से वह काम नहीं कर पा रही थी। बाद में रेलवे अधिकारियों ने ओएचई लाइन को बंद कर उसे हटाने के बाद कार को निकाला और उसके बाद ओएचई को फिर से चालू किय गया।
प्रभारी अधिकारी से ली जानकारी
आरपीएफ ने इस मामले में मंगलवार सुबह जिला पंचायत की मध्यान्ह भोजन शाखा के प्रभारी नाहरसिंह बर्डे को पूछताछ के लिए स्टेशन पर स्थिति पोस्ट पर बुलाया था। वहां उनसे जानकारी लेने के बाद उन्हें जाने दिया। सूत्रों की माने तो अधिकारी भले ही गाड़ी जिपं से अटैच होने की बात से इनकार कर रहे हो, लेकिन अधिकारी को पूछताछ के लिए बुलाया जाना गाड़ी अटैच होना दर्शाती है। हालाकि इसी गाड़ी से संबंधित अधिकारी सोमवार को बाजना दौरे पर भी गए थे और देर शाम वहां से लौटे थे। घटना के समय चालक का अकेला गाड़ी लेकर घर जा रहा था।
हमारी नहीं है गाड़ी
– गाड़ी जिला पंचायत की नहीं है। चालक ने मेरा क्यू बताया पता नहीं। हमारे यहां अटैच सभी गाडि़यों के संबंध में वाहन मालिकों को पत्र जारी कर रहे है कि किसी भी वाहन में व्यसन करके गाड़ी चलाने वाला चालक को नहीं रखे। इसकी जवाबदारी उन्हीं की होगी।-सोमेश मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत, रतलाम