सीएमएचओ डॉ प्रभाकर ननावरे ने बताया कि आज विश्व खसरा दिवस 16 मार्च के अवसर पर जिले में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। रतलाम के जिला प्रशिक्षण केन्द्र में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को डब्ल्यू एच ओ की डॉ. स्वाति मित्तल ने उन्मुखीकरण कर प्रशिक्षित किया।
जिले के खारवाकलां, बिलपांक, बाजना, सैलाना में संगोष्ठियां आयोजित कर माताओं से चर्चा कर जानकारी दी गई। जिला टीकाकरण अधिकारी डा वर्षा कुरील ने बताया कि बच्चों में खसरा रोग जानलेवा हो सकता है, किन्तु खसरे का पहला टीका 9 सा 12 माह की आयु में तथा दूसरा टीका 16 से 24 माह की आयु में लगवाने से बचाव होता है।
खसरे के मुख्य लक्षण सर्दी खांसी, तेज बुखार, दाने आना मुख्य है। ऐसा होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में संपर्क करना चाहिए। खसरे का टीका सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर निशुल्क उपलब्ध है।