समर्थन मूल्य से ज्यादा दाम मंडी में मिल रहे हैं। इससे किसान व्यापारियों को ही गेहूं बेचना पसंद कर रहे हैं। इसका असर समर्थन मूल्य की खरीदी पर हुआ और पहले दिन सिर्फ एक ही किसान ने गेहूं बेचा। यदि यही स्थिति रही तो आगामी दिनों में समर्थन मूल्य की खरीदी पर असर होगा और लक्ष्य से आधे गेहूं की भी खरीदी नहीं हो पाएगी।

अनाज मंडी स्थित समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का बुधवार से श्री गणेश हुआ। पहले ही दिन गेहूं बेचने के प्रति किसानों का रुझान कम रहा। दोपहर 1.00 बजे तक एक किलो गेहूं भी केंद्र पर बिकने नहीं आया। दोपहर 2.30 बजे शिवपुर का किसान 13 क्विंटल गेहूं लाया। इसके बाद शाम तक कोई किसान नहीं आया। इससे रतलाम स्थित केंद्र पर दिनभर में 13 क्विंटल गेहूं की खरीदी हो पाई।

तौल कांटे का पूजन कर किया शुभारंभ

समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का शुभारंभ जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष अशोक चौटाला, मंडी उपाध्यक्ष भानुप्रतापसिंह, सुरेंद्रसिंह भाटी, कैलाश जाट ने तौल-कांटे का पूजन कर किया। मंडी सचिव आर. वसुनिया, खरीदी केंद्र मैनेजर संजय सिंह राठौड़ सहित बड़ी संख्या में किसान व अन्य लोग मौजूद थे।

इसलिए किसान व्यापारियों को बेच रहे गेहूं

किसानों द्वारा समर्थन मूल्य की जगह व्यापारियों को गेहूं बेचने की वजह उनसे अच्छे दाम मिलना है। समर्थन मूल्य पर 1525 रुपए क्विंटल के मान से खरीदी की जा रही है। मंडी में गेहूं 1540 से 1800 रुपए तक के भाव में गेहूं बिक रहा है। 450 क्विंटल गेहूं समर्थन मूल्य के नीचे भी बिका। यह नमी वाला गेहूं था। यह भी व्यापारियों के पास ही बिका।

By parshv